New Delhi : चार्ली चैप्लिन! यह नाम भले ही बीसवीं सदी का हो लेकिन आज भी सिर्फ कानों में पड़ जाने मात्र से चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती है। किसी भी मूड में बैठे आदमी का चेहरा खिल उठता है। लेकिन दुनिया जिसे कॉमेडी किंग के रूप में जानती है सच तो यह है कि उनका जीवन तमाम तरह की ट्रेज़डी से भरा रहा। असल में कॉमेडी लगने वाली हर चीज के पीछे बड़ी ट्रैज़डी छुपी रहती हैं। मसलन जब कोई आदमी भरी बरसात में फिसल कर गिर पड़े तो सभी के लिये वह कॉमेडी कंटेंट होगा लेकिन इस कॉमेडी के पीछे की ट्रेज़डी का दर्द सिर्फ गिरने वाला ही समझ पायेगा।
Charlie Chaplin stars in CITY LIGHTS ('31). #SummerUnderTheStars #TCMEssentials pic.twitter.com/nQr5C29b48
— TCM (@tcm) August 9, 2020
चार्ली चैप्लिन ने इस विडंबना को बहुत अच्छे से समझा था इसलिए उन्होंने अपने दुख पर रोने की बजाये अपने दुख का इस्तेमाल दुनिया को हंसाने के लिये किया। चार्ली ने मुस्कुराहटों से नहीं आंसुओं से जीवन जीना सीखा,और इन आंसुओं से मिले सारे दर्द को किस तरह दुनिया के सामने परोसना है जो कॉमेडी कंटेंट बन जाए,ये चार्ली चैपलिन अच्छी तरह जानते थे। वह यह भी जानते थे कि कॉमेडी हमेशा ही ट्रेज़डी से निकलती है जो बिना शब्दों के समझने वाले को सब कुछ समझा देती है। चार्ली चैप्लिन ने बिना कुछ बोले ना केवल लोगों को हंसाया बल्कि दुनिया में उस समय चल रही तमाम ट्रेज़डियों को अपनी कॉमेडी की कला से लोगों के बीच लाकर उन्हें आंदोलित भी किया।
When #CityLights opened on 31 January 1931, Albert Einstein joined Charlie Chaplin at the theater. When it opened in England, George Bernard Shaw joined him. Winston Churchill visited the set, and Chaplin took a break to make a short film with him. #Hobnobbin #TCMParty pic.twitter.com/90zEFXvg2D
— Lorraine Hickman (@shortyblueyes5) August 9, 2020
एक बार की बात है जब प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन चार्ली चेप्लिन से मिले तो उन्होंने कहा- मैं फैन हो गया हूं आपका, आपके अंदाज का! आप मुंह से एक शब्द तक नहीं कहते फिर भी पूरी दुनिया आपको समझ जाती है। ये सुनते ही चार्ली बोले – हां यह बात सच है,लेकिन हैरानी की बात यह है कि आप अपनी थ्योरी़ज़ के बारे में कितनी मेहनत कर कितना कुछ कहते हैं, सब आपकी तारीफ भी करते हैं लेकिन फिर भी किसी के समझ में नहीं आ पाता कि आप क्या कहना चाहते हैं।
Today is a good day to share one of my absolute favorite François Truffaut quotes – “My religion is the cinema. I believe in Charlie Chaplin.”#SummerUnderTheStars pic.twitter.com/vpvuYiYDmF
— Kate Gabrielle (@kategabrielle) August 8, 2020
चार्ली कहते थे- – मुझे बारिश में चलना पसंद है, क्योंकि उसमें कोई भी मेरे आंसू नहीं देख सकता। – मैं ईश्वर के साथ बहुत शांति के साथ हूं, मेरा असली संघर्ष तो इंसानों से है। – अगर आप जमीन पर देखेंगे तो कभी भी इंद्रधनुष को नहीं देख पाएंगे। – जिंदगी दूर से देखने पर कॉमेडी लगती है लेकिन पास से देखने पर ट्रैजेडी । – इस अजीबोगरीब दुनिया में स्थायी कुछ भी नहीं है, यहां तक कि परेशानियां भी नहीं। – हम सोचते बहुत ज्यादा हैं लेकिन महसूस बहुत कम करते हैं। – अगर लोग आपको अकेला छोड़ दें तो जिंदगी खूबसूरत हो सकती है। – असफलता बहुत गैरजरूरी चीज है, इसके लिए स्वयं को मूर्ख बनाने की हिम्मत की जरूरत होती है।