New Delhi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बात करते हुये कहा – मई माह तक कोरोना की मौजूदा स्थिति में और सुधार आ जायेगा। आज उत्तर प्रदेश पूरे देश में बेहतर स्थिति में है। कोरोना का संकट पूरी दुनिया में था, लेकिन भारत के सामने चुनौती बड़ी थी। समय से और सही फैसलों के कारण आज हमारी स्थिति काफी सुरक्षित है। यह देश के सक्षम नेत्रत्व के कारण संभव हो सका है। दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की हम स्क्रीनिंग और स्किलिंग दोनों कर रहे हैं। जो प्रवासी कामगार व श्रमिक आये हैं उनको स्वास्थ्य के साथ रोजगार देना हमारी प्राथमिता है। प्रत्येक कामगार को राशन किट, राशन कार्ड और होम क्वारंटाइन के दौरान एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सवाल के जवाब में कहा – हमारे लिए राम भी महत्वपूर्ण हैं और रोटी भी। राज्य सरकार ने इस कार्य को बखूबी निभाया है। जिन लोगों ने राम को भुलाया है, उनकी दशा आज सभी देख रहे हैं। वे घर के हैं न घाट के हैं। प्रदेश के लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। जिस प्रकार से हमारे लोगों की दूसरे राज्यों में दुर्दशा हुई है, उसके बाद सरकार ने तय किया कि अब बिना हमारी अनुमति के नहीं जा सकते हैं।
सीएम योगी ने कहा – अपने खून पसीने से महाराष्ट्र को सींचने वाले कामगारों को शिवसेना और कांग्रेस की सरकार से सिर्फ छलावा ही मिला। लॉकडाउन में उनसें धोखा किया, उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया और घर जाने को मजबूर किया। इस अमानवीय व्यवहार के लिए मानवता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कभी माफ नहीं करेगी। सीएम योगी ने कहा कि अपने घर पहुंच रहे सभी बहनों और भाइयों का प्रदेश में पूरा ख्याल रखा जायेगा। अपनी कर्मभूमि को छोड़ने के लिए मजबूर करने के बाद उनकी चिंता का नाटक मत कीजिए। सभी श्रमिक कामगार बंधु आश्वस्त हैं कि अब उनकी जन्मभूमि उनका हमेशा ख्याल रखेगी, शिवसेना और कांग्रेस आश्वस्त रहें। एक सप्ताह में सभी कामगार यूपी आ जाएंगे।
सीएम योगी ने कहा – अन्य राज्यों से आने वाले 30 प्रतिशत कामगार संक्रमित है। महाराष्ट्र से आने वाला 75 प्रतिशत कामगार संक्रमित है। हम इन सभी की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। इनको क्वारंटाइन किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में 75 हजार से अधिक मेडिकल टीमें लगी हैं। उत्तर प्रदेश पूरे देश में बेहतर स्थिति में है। इस वक्त प्रदेश में 23 लाख से अधिक कामगार आ चुका है। उसकी सुरक्षा की गरंटी हमारी है।