New Delhi : उत्तर प्रदेश के तेज तर्रार IPS अफसर असीम अरुण अपने शानदार काम के लिये जाने जाते हैं। वे कई ऐसे काम कर चुके हैं, जो काबिल-ए-तारीफ हैं। यहां तक कि देश में जनपद स्तर पर पहली स्वॉट टीम बनाने का श्रेय भी असीम अरुण को जाता है। बड़े-बड़े अपराधी उनके नाम से थर-थर कांपते हैं। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पुलिस कप्तान रह चुके असीम अरुण के पिता श्रीराम अरुण भी एक आईपीएस अफसर थे। वे उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक भी रहे। फिलहाल असीम अरुण एडीजी के पद पर हैं और उत्तर प्रदेश में डॉयल 112 को बेहतर बनाने की कार्ययोजनाओं को अंजाम देने में जुटे हुये हैं। कोरोना काल में डॉयल 112 लोगों की मदद के लिये देवदूत बनकर सामने आया।
@asimarun @dgpup @Uppolice @noidapolice @lkopolice
Very Good Initiative for PRV Jawans..
Jai Ho !! pic.twitter.com/0gCbqcp42f— BHALENDRA SINGH (@BHALENDRASING11) March 22, 2020
@hapurpolice का एक चेहरा ये भी… प्रवासी मजदूर के बच्चे के लिए केक लेकर पहुँचे ASP सर्वेश मिश्रा @Uppolice @112UttarPradesh @dgpup @igrangemeerut @asimarun pic.twitter.com/0PaRO1KO5h
— Vipin Giri (@Giri4Vipin) May 19, 2020
मददगार _ @112UttarPradesh
बिहार जा रहे ई-रिक्शा की बैट्ररी खत्म हो गयी, परिवार को ई-रिक्शा में धक्का मारकर ले जाते देख मथुरा में डायल_112 की पीआरवी टोचेन कर नजदीकी ढाबा पर ले गए और सभी को खाना खिलवाया और उनके ई-रिक्शा की बैट्ररी को चार्ज कराया.@asimarun @SatishBharadwaj pic.twitter.com/4gyt9iqHKq— 𝒴ℴℊℯ𝓈𝒽 𝒯𝒾𝓌𝒶𝓇𝒾 (@yogirishuNBT) June 15, 2020
IG ATS Asim Arun speaks about the #UPPolice exhibition during #UPInvestorsSummit #AreYouInUP pic.twitter.com/D6yUB8MEZY
— UP POLICE (@Uppolice) February 21, 2018
असीम ने शुरुआती तालीम लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल से हासिल की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली का रुख किया और सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बीएससी की। असीम अरुण के पिता श्रीराम अरुण देश के जाने माने पुलिस अफसर थे। तो उन्हें भी पिता से प्रेरणा मिली। उन्होंने भी पुलिस में करियर बनाने का फैसला किया। मेहनत और लगन से तैयारी का नतीजा ये निकला कि 90 के दशक में उनका चयन भी भारतीय पुलिस सेवा के लिए हो गया। असीम अरुण 1994 बैच के आईपीएस अफसर हैं। ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। अपने बैच में वे सबसे होनहार अफसर के तौर पर जाने गए।
भारतीय पुलिस सेवा में आने के बाद असीम अरुण यूपी के कई जिलों में तैनात रहे। उन्होंने टिहरी गढ़वाल के अलावा यूपी के जनपद बलरामपुर, हाथरस, सिद्धार्थ नगर, अलीगढ़, गोरखपुर और आगरा में बतौर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक अपनी सेवाएं दी। बाद में एटीएस लखनऊ में कार्यभार संभाला। असीम अरुण की काबलियत का ही नतीजा था कि उन्हें देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सुरक्षा दल में शामिल किया गया। वे एसपीजी में प्रधानमंत्री के अंदरूनी घेरे की सुरक्षा यानी क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम (CPT) का नेतृत्व कर चुके हैं।
उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए ही उन्हें एनएसजी मानेसर सहित सीबीआई की साइबर अपराध विवेचना अकादमी गाजियाबाद में भी सेवाएं देने का मौका मिला। वे एक बेहतर कमांडो के तौर पर भी जाने जाते हैं। पुलिस की डायल 100 सेवा शुरू किए जाने में भी उनका अहम योगदान रहा है।
जिस स्वॉट टीम को भारत के लोग केवल हॉलीवुड की फिल्मों में देख पाते थे, उसे भारत में जनपद स्तर पर पहुंचाने का श्रेय भी असीम अरुण को जाता है। वर्ष 2009 में उन्होंने अलीगढ़ जनपद में तैनाती के वक्त भारत की पहली जनपद स्तरीय स्वॉट का गठन किया। यही नहीं आगरा में डीआईजी के पद पर रहते हुए असीम अरुण ने इस टीम को विस्तार भी दिया और वहां भी स्वॉट टीम का गठन किया।
A very interesting first for the @Uppolice – a video conference of the @112UttarPradesh boss Asim Arun with the cops who man PCR vans on the ground, some from their vans . an important issue raised in this clip too – the dilemma of taking photos while offering help . Do watch ! pic.twitter.com/Nl5wBevyxv
— Alok Pandey (@alok_pandey) April 6, 2020
UP CM has instructed us that we should do everything possible to help the weakest. PRVs have been stocked with govt supplies which include dry ration and cooked food. From that stock, we give the food to the needy: ADG Asim Arun tells @pranshumisraa.pic.twitter.com/GgbmnpN3vu
— JioNews (@JioNews) March 27, 2020
Iss Friday yani kal RED ARREST honge ADG 112 @asim_arun Sir on #MorningNo1 7-12 am #RedFM #Lucknow Don't Miss!@RedFMIndia@nisha_narayanan @112UttarPradesh @amahatao @falana_dhimaka @meghna_tewari @KSSinghstp @iamrohanagarwal #RedArrest pic.twitter.com/fywWlRJt57
— RJ Payal (@bhaisaabpayal) June 18, 2020
वर्ष 2002 में असीम अरुण को संयुक्त राष्ट्र संघ ने कोसोवो में एक साल के तैनात किया। जहां उन्होंने सराहनीय सेवाएं दी। संयुक्त राष्ट्र और एसपीजी में तैनाती के वक्त और अवकाश के दौरान वे देश के सभी राज्यों और 20 देशों की यात्रा कर चुके हैं। असीम यूपी पुलिस के कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर चुके हैं। उन्हें सादगीभरा जीवन पंसद हैं। वे पुलिसिंग को अपना पहला इश्क कहते हैं।