New Delhi : उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी के सरकारी मोबाइल नंबर पर कॉल करके अपने आपको चीफ जस्टिस बतानेवाले और राज्य का हालचाल पूछनेवाले बदतमीज लड़के को पुलिस ने पकड़ लिया है। हैरत की बात यह है कि वह लड़का नौवमीं कक्षा का छात्र है और पिछले तीन साल से नवमीं में ही पढ़ रहा है। पास नहीं हो पा रहा है। जब उससे डीजीपी के पीएसओ ने कॉल रिसीव करने के बाद पूछा कि कौन बोल रहा है तो उसने कहा – मैं चीफ जस्टिस बोल रहा हूं। प्रदेश का हाल बताओ।
बताया गया कि लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने चीफ जस्टिस बनकर डीजीपी को फोन कॉल करने वाले 21 वर्षीय शराबी सूरज पटेल को सोमवार की दोपहर में पकड़ लिया। लखीमपुर निवासी सूरज ने शनिवार को डीजीपी के सरकारी मोबाइल नंबर पर कॉल की थी।
डीजीपी के पीएसओ मनोज ने हजरतगंज कोतवाली में अज्ञात मोबाइल नंबरधारक के खिलाफ केस दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और आरोपी की तलाश कर उसे दबोच लिया। सूरज कक्षा नौ में तीन बार फेल हो चुका है और शराब का लती है। एसीपी हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि सूरज पटेल लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी स्थित मोहम्मदपुर दीना का रहने वाला है। वह शराब का लती है और अक्सर पुलिस अधिकारियों व डायल 112 सेवा में कॉल करके परेशान करता रहता है।
शनिवार को उसने डीजीपी के सीयूजी नंबर पर कॉल की। उसकी कॉल पीएसओ उपनिरीक्षक दिनेश कुमार ने रिसीव की थी। सूरज ने नंबर के बारे में पूछा तो पीएसओ ने बताया कि यह नंबर डीजीपी का है। इस पर उसने खुद को हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बताया।
पीएसओ को बातचीत के दौरान शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह का कहना है कि सोमवार को सूरज को दबोच लिया गया। उसके पिता रामफूल वन विभाग में मजदूरी करते हैं। वह अक्सर पुलिस की सीयूजी सिरीज के नंबरों पर कॉल करता है। शनिवार को उसने अनजाने में ही डीजीपी का नंबर मिला दिया।