New Delhi : विकास दुबे की मां का बड़ा बयान सामने आया है। विकास दुबे की मां सरला दुबे ने कानपुर जाने से मना कर दिया है। उन्होंने पुलिस को बताया – वो कानपुर नहीं जाना चाहती है। सरला दुबे ने कहा – उनका विकास दुबे से कोई संबंध नहीं हैं। इससे पहले भी सरला दुबे ने मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से उसकी गिरफ्तारी के बाद कहा था कि सरकार जो उचित समझे वो कार्रवाई तय करे।
3 sub-inspector, 1 constable & 2 STF commandos were injured during the incident. In this case, so far, 3 people have been arrested, 6 accused killed, 7 people sent to jail (under section 120B IPC), &12 wanted criminals still absconding:Prashant Kumar, UP ADG-Law&Order#VikasDubey pic.twitter.com/nAAKS3iXOY
— ANI UP (@ANINewsUP) July 10, 2020
विकास की मां ने ये भी बताया है कि इस वक्त वो समाजवादी पार्टी से जुड़ा था। मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार होने के बाद विकास दुबे को कानपुर लेकर आ रही यूपी एसटीएफ का वाहन कानपुर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसी वाहन में विकास दुबे भी सवार था। वाहन पलटने के बाद विकास पुलिस कर्मियों से हथियार छीनकर भागने लगा। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है – अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या? इसके जरिये उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीधा सवाल पूछा है।
Kanpur: Latest visuals from the site of UP STF car convoy accident and encounter of #VikasDubey in Kanpur.
Large number of people, police and media personnel seen in the area. pic.twitter.com/46hPDZ55R0
— ANI UP (@ANINewsUP) July 10, 2020
इससे पहले गुरुवार को भी प्रियंका गांधी ने विकास दुबे की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल किया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था – कानपुर के जघन्य अपराध में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है।
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
उन्होंने लिखा – तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए।
बहरहाल विकास के आंतक का खात्मा हो गया। उसकी मौत के साथ ही कई राज दफन हो गये। विकास अगर पूछताछ में मुंह खोल देता तो कई बड़े चेहरे बेनकाब हो जाते। उज्जैन पुलिस और एसटीएफ की टीमों ने उससे कल कई घंटों तक पूछताछ की थी। इसके बाद उसे यूपी भेजा गया था।
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
इधर उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस और युपी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा – दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बच गई है।