New Delhi : गलवान और डोकलाम विवाद के पीछे एक ही चीनी अफसर का हाथ है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने मंगलवार 23 जून को इसका खुलासा किया। 15 जून को गलवान घाटी में चल रही बातचीत के दौरान चीन के कमांडर झाओ जोंग्की ने ही भारतीय जवानों को घेरने और घटना को अंजाम देने का आदेश दिया था। एजेंसियों ने बताया कि झाओ ही 2017 में डोकलाम विवाद के वक्त भी चीनी सेना का कमांडर था। उसी की वजह से विवाद बहुत बढ़ गया था।
‘This is not a victory for China’: US Intelligence report reveals how senior Chinese Commander ordered attack against India
China wanted to 'punish' India for allying with USA, however, their plan backfired.
Read what the Intelligence report sayshttps://t.co/8LMk1pEGiu
— OpIndia.com (@OpIndia_com) June 23, 2020
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- जनरल झाओ चीनी सेना की वेस्टर्न थिएटर कमांड को लीड करता है। वो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए या चीनी सेना) के सबसे सीनियर कमांडर्स में से एक है। इस कमांडर का मानना है कि चीन को अमेरिका और भारत के रिश्तों की वजह से दबाव में आने की जरूरत नहीं है। वो भारत को सबक सिखाना चाहता था। हालांकि, इस बार झाओ का दांव उल्टा पड़ गया। झाओ ने 2016 में तब के आर्मी चीफ दलबीर सिंह सुहाग से भी मुलाकात की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक- चीन की मंशा भारत को अपनी ताकत का अहसास कराने की थी। लेकिन, मामला हाथ से निकल गया। अब भारत में चीन के खिलाफ गुस्सा है। भविष्य में दोनों देशों के बीच बातचीत पहले जैसी आसान नहीं रहेगी। अमेरिका और भारत अब और ज्यादा करीब आयेंगे। अमेरिका ने कई महीनों पहले भारत को चेताया था कि वो 5जी नेटवर्क तैयार करने में चीन की कंपनी हुबेई की मदद न ले। 15 जून की घटना के बाद भारतीय टिकटॉक जैसे ऐप हटा रहे हैं। चीनी हैंडसेट के इस्तेमाल से बच रहे हैं।
India-China Galwan valley clash: 35 Chinese soldiers died, report cites US intelligence.According to sources quoted by ANI, the Chinese side may have suffered casualties of at least 40.
— "NEVER SURRENDER INDIAN" R Rajagopal (@MONU1941) June 23, 2020
रिपोर्ट के मुताबिक- चीन जो चाहता था, वैसा नहीं हुआ और दांव उल्टा पड़ गया। यह चीन की सेना की भी जीत नहीं है। ये दावा तो नहीं किया जा सकता कि राष्ट्रपति इस मामले में किस हद तक शामिल हैं। लेकिन, इतना तय है कि उन्हें चीनी सेना को दिये आदेश की जानकारी जरूर रही होगी। प्राईवेट जियो इंटेलिजेंस फर्म हॉकआई 360 ने मई के आखिर में बताया था चीन लद्दाख में सैनिक और हथियार जमा कर रहा है।