New Delhi : हाथरस प्रकरण में एसआईटी की पहली रिपोर्ट आने के बाद योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एसपी विक्रांत वीर और डीएसपी समेत दो अन्य पुलिस अफसरों को भी सस्पेंड कर दिया है। लेकिन इसके साथ यह भी आदेश दिया है कि पुलिस अफसरों के साथ-साथ पीड़ितों का भी नार्को टेस्ट कराया जायेगा। यानी यह चेक किया जायेगा कि पीड़ित बिटिया के पिता, मां, भाई, भाभी सच बोल रहे हैं या नहीं। इसे एक तरह की धमकी से कम नहीं देखा जा रहा। सबसे बड़ा सवाल यह कि आखिर दुनिया को अलविदा कहने से पहले पीड़ित बिटिया ने जो बयान दिया था, उसका क्या ?
.@myogiadityanath जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्रीज अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है @myogiadityanath इस्तीफा दो
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 2, 2020
उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है।
इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है।
यह हमारा संकल्प है-वचन है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 2, 2020
ये क्या अन्याय है योगी जी? गुड़िया तो अपने साथ हुई दरिंदगी का बयान देकर दुनिया से चली गई उसका शव जबरन जला दिया गया सारे सबूत मिटा दिये गये, अब परिवार का नार्को टेस्ट करायेंगे, क्या उस गुड़िया के बयान पर भरोसा नही? pic.twitter.com/djYKRYFy6N
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 2, 2020
बहरहाल इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर अपना रुख स्पष्ट किया है। सीएम योगी ने ट्वीट किया है- उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है। यह हमारा संकल्प है-वचन है।
उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया- योगी जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किये जायें। मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है। @myogiadityanath इस्तीफा दो।
प्रियंका गांधी वाल्मिकी मंदिर में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं। दिल्ली में जंतर मंतर पर भी व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ। इसमें हजारों की भीड़ जुटी। लोगों ने अलग अलग अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी हाथरस प्रकरण पर सरकार के रवैये पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा है कि हमलोग लोकतंत्र में रहते हैं, यहां कोई राजा नहीं है, सभी सेवक हैं, इस बात को समझना होगा।
बता दें कि हाथरस प्रकरण के पीड़ित के परिवार का एक बच्चा खेतों से छिप छिपाकर गांव के बाहर रोके गये मीडिया कर्मियों से आकर मिला। उसने कैमरे के सामने कहा कि गांव के सभी लोगों का फोन छीन लिया गया है। किसी को घर बाहर नहीं निकलने दे रहे। खेतों में नहीं जाने दे रहे। डराया जा रहा है। पीड़ित के पिता के छाती पर ऐसी लात मारी कि वो बेहोश हो गया। गांव में घर की छतों पर, सभी सड़कों पर पुलिस है। गांव की चौतरफा घेराबंदी है।
In solidarity with Hathras ki beti..
at Jantar Mantar demanding justice for Daughters of India! #HathrasCase #HathrasHorrorShocksIndia pic.twitter.com/BT4YVAXL5x
— shamina shafiq (@shaminaaaa) October 2, 2020
#HathrasHorror | You feel that this is a fake rape charge- prove it! You feel wrong people have been named- prove it! But, be transparent about the investigation. Stop lying to us, stop locking up the family in their homes, cutting off the village!@tanvishukla #HathrasCase pic.twitter.com/tsrumb4SAD
— Mirror Now (@MirrorNow) October 2, 2020
Massive protests at #JantarMantar in connection with #HathrasCase@BhimArmyChief #DalitLivesMatter pic.twitter.com/fcGu00n57t
— शिल्पा राजपूत~भारतीय 🇮🇳 (@Shilpa_Bhartiy) October 2, 2020
तमाम प्रयास के बाद भी मीडिया को गांव के भीतर पीड़ित परिजनों के पास नहीं जाने दिया जा रहा है। इस खबर के बाद भी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। भीम सेना के चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने कहा है कि वे 5 बजे इंडिया गेट पर धरना देकर विरोध जतायेंगे। हालांकि दिल्ली पुलिस ने आसपास के इलाके में 144 लागू कर दिया है। इधर आज शुक्रवार 2 अक्टूबर को तृणमूल कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन हाथरस में पीड़ित परिजनों से मिलने के लिये निकल पड़े लेकिन उन्हें यूपी पुलिस ने गांव पहुंचने से पहले ही रोक दिया।