New Delhi : बैजनाथ रावत उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में स्थित हैदरगढ़ विधानसभा से भाजपा विधायक हैं। आज भी बैजनाथ रावत अपने पक्के लेकिन प्लास्टर और फर्श के बगैर बदसूरत से लगने वाले मकान में रहते हैं। वह खुद अपने घर के बाहर दरवाजे पर एक आम आदमी की तरह झाड़ू लगाते हैं। जानवरों के लिए मशीन में चारा काटकर अपने हाथों से खिलाते हैं और यही नहीं वो खेतों में फसल बोने से लेकर फसल काटने तक का काम एक आम किसान की तरह खुद ही करते हैं। और तो और खुद ही जानवरों को चारा खिलाते हैं।
मोदी लहर में यूपी के बारबंकी की हैदरगढ़ सीट से जीत दर्ज करने वाले बैजनाथ हैदरगढ़ की भूलभुलिया गांव के ही रहने वाले हैं। 1998 में बाराबंकी सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे। दो बार विधायक रह चुके हैं। एक बार यूपी में बिजली राज्य मंत्री भी रहे। इस बार उन्होंने समाजवादी पार्टी के दो बार से विधायक राम मगन को 33 हजार से ज्यादा वोटों से हराया, लेकिन इनकी जीवनशैली में कोई बदलाव नहीं आया। बैजनाथ को कामयाबी तो खूब मिली लेकिन उनके पैर हमेशा जमीन पर रहे। आज भी बैजनाथ लोगों से उसी अंदाज में मिलते हैं, जैसे वो विधायक और मंत्री बनने से पहले मिलते थे। इलाके के लोग भी उनकी ईमानदारी और सादगी के कायल हैं।
बैजनाथ के मुताबिक वो तीन बार विधायक बने लेकिन तीनों बार उनका कार्यकाल कम रहा। इसलिए उन्हें काम करने का मौका नहीं मिला। अब वो चाहते हैं कि इलाके की बिजली और सड़क की खस्ता हालत को सुधारें। स्थानीय लोग बताते हैं- बैजनाथ रोजाना अपने घर के बाहर दरवाजे पर एक आम आदमी की तरह झाडू लगाते हैं। जानवरों के लिये मशीन में चारा काटकर अपने हाथों से खिलाते हैं। यही नहीं, अपने खेतों में फसल बोने से लेकर फसल काटने तक का काम भी खुद ही करते हैं।
बैजनाथ रावत का कहना है- ये सब काम ही मेरी जिंदगी है। लोगों ने मुझ पर भरोसा जताया, मेरे लिए बस इतना ही काफी है। मैं उनका विश्वास कभी टूटने नहीं दूंगा। क्षेत्र के विकास के लिए जो भी संभव होगा, उसे पूरा करेंगे। बिजली, पानी, सड़क, पुल और कानून व्यवस्था को सही करना मेरी प्राथमिकता है।