New Delhi : आज जब एक मुखिया और सरपंच भी कुर्सी पर बैठते ही बड़ी बड़ी गाड़ियों का मालिक बन जाता है। ऐसे में ओडिशा के एक विधायक मनोहर रणधारी ने मिसाल पेश की है। वे कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच अपने खेतों में काम करने के लिये टूट पड़े हैं। खेत में वे धन-रोपणी कर रहे हैं जिसमें उनकी मदद उनकी पत्नी भी करती हैं। वैसे वे ओडिशा में सबसे जमीनी नेताओं में शुमार किये जाते हैं लेकिन उनकी खेती-किसानी की लगन और स्किल देखकर उनकी तारीफ उपराष्ट्रपति वेकैया नायडू ने की तो वे एकाएक लाइम लाइट में आ गये हैं।
ପ୍ରେରଣାଦାୟୀ !
ଓଡ଼ିଶାର ବିଧାୟକ ମନୋହର ରାନ୍ଧାରୀ ପ୍ରତି ବର୍ଷ ଦୁଇ ମାସ ତାଙ୍କ ଧାନ କ୍ଷେତରେ କାମ କରନ୍ତି।
ସେ କୁହନ୍ତି, ଯୁବକମାନେ କ୍ଷେତରେ କାମ କରିବାକୁ କୁଣ୍ଠାବୋଧ ପ୍ରକାଶ କରିବା ଅନୁଚିତ। https://t.co/YXzDWTVUGY
— Vice President of India (@VPSecretariat) August 18, 2020
मनोहर रणधीर बीजू जनता दल के हैं और अपने खेत की स्वयं ही जुताई करते हैं। श्रमिकों के साथ धान की रोपाई करते हैं। नवरंगपुर जिले के डाबूगांव निर्वाचन क्षेत्र के तीन बार के विधायक अपने 25 एकड़ खेत पर रोज सात घंटे गुजार रहे हैं। वह अपनी पत्नी के साथ सुबह पांच बजे ही अपने खेत पर काम करने लगते हैं। उनकी पत्नी सरकारी कर्मचारी हैं और दस बजे कार्यालय चली जाती हैं। विधायक पूर्वाह्न तक अपने खेत में काम करते रहते हैं। खेती-बाड़ी के प्रति रणधारी समर्पण की उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने खूब प्रशंसा की है।
Amid #COVID19 crisis, Dabugaon MLA Manohar Randhari was seen working in agricultural land #Odisha pic.twitter.com/s5bpmqXhoC
— OTV (@otvnews) August 17, 2020
रणधारी ने न्यूज एजेंसी से कहा- विधायक बनने से पहले से ही मैं खेती कर रहा हूं। मेरे पिताजी पिछले साल गुजर गये, इसलिये मैं इस बार सक्रिय हूं। वैसे मैं सामाजिक सेवा के लिये नेता के रूप में काम करता हूं लेकिन खेती-बाड़ी मेरा पेशा और आय का स्रोत है। नवरंगपुर जिले के अपने माझीगुडा गांव में मैं हर साल दो महीने खेती-बाड़ी का काम करता हूं। केवल खेती-बाड़ी ही कोविड-19 महामारी के दौरान पेट भर सकती हैं। उन्होंने युवाओं से खेती पर ध्यान देने की अपील की।
"I don’t do farming for photo-ops. Agriculture is my profession while MLAship is a way of serving people." Hon'ble MLA from Nabrangpur, Shri Manohar Randhari leads by example – showing his commitment to farming and taking pride in it. https://t.co/jRNtjBtQND
— Achyuta Samanta (@achyuta_samanta) August 19, 2020
उनका कहना है कि वह धान और मक्के की खेती से हर साल सात लाख रूपये कमा लेते हैं। रणधारी ने कहा- मैं चाहता हूं कि सरकारी कर्मी से लेकर व्यापारियों तक सभी को कुछ समय खेती में लगाना चाहिये ताकि हम गरीबी हटा पायें और आत्मनिर्भर बनें। उनको लेकर उपराष्ट्रपति नायडू ने ट्वीट किया- विधायक मनोहर रणधारी साल में दो महीने खेत में काम करते हैं। वह कहते हैं कि युवाओं को खेतीबारी करने से नहीं हिचकना चाहिये।