New Delhi : उत्तर प्रदेश में चर्चित फर्जी अनामिका शुक्ला नाम से नौकरी करती पकड़ी गई शिक्षिका न अनामिका शुक्ला, न अनामिका सिंह और ना ही प्रिया सिंह। फर्जी महिला शिक्षिका का असली नाम सुप्रिया सिंह है। पुलिस से उसके घर से उसकी बैंक पासबुक, आधारकार्ड समेत परिजनों के भी दस्तावेज ले गई। पिता से नौकरी दिलवाने वाले शिक्षक को गिरफ्तार कराने को भी कहा। अनामिका शुक्ला नाम से नौकरी कर रही शिक्षिका को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसने अपना नाम, पता सही नहीं बताया था। पता चला था कि अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी कर रही शिक्षिका वास्तव में कायमगंज के गांव रजपालपुर निवासी महिपाल सिंह की पुत्री सुप्रिया सिंह है। कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में रजपालपुर की सुप्रिया को अनामिका शुक्ला नाम से कासगंज में शिक्षिका की नौकरी दिलवाने वाला मास्टरमाइंड शिक्षक कंपिल क्षेत्र में ही तैनात है। वह मैनपुरी का रहने वाला है। उसने नौकरी दिलवाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये लिये थे। बेटी की गिरफ्तारी पर पिता के आंसू छलक पड़े।
25 schools में एकसाथ नौकरी करने वाली Teacher Anamika Shukla के बारे में Priya के पिता ने क्या बताया ?
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— The Z plus (@ThezPlus) June 8, 2020
जैसे ही सुबह अखबारों में अनामिका शुक्ला नाम से नौकरी करने वाली महिला शिक्षिका की फोटो छपी और चैनलों पर उसका चेहरा दिखाई दिया। वैसे ही कायमगंज के रजपालपुर में रहने वाले उसके परिजनों को इसकी जानकारी हुई। इसके बाद परिवार के लोगों में हड़कंप मच गया। महिला शिक्षिका से परिजनों के मोबाइल नंबर पुलिस को मिले तो पुलिस ने उसके नाम पते को लेकर जांच करनी शुरू कर दी। कोतवाली प्रभारी सोरों रिपुदमन सिंह ने बताया कि, पकड़ी गई महिला शिक्षिका का नाम सुप्रिया सिंह पता चला है, वह कायमगंज के समीप गांव रजपालपुर के निवासी महीपाल सिंह की पुत्री है। पुलिस की टीम गांव में जांच करने पहुंची थी।
शासन से निर्देश के बाद रविवार दोपहर को एसटीएफ टीम सोरों कोतवाली पहुंची। यहां कोतवाली में बंद फर्जी शिक्षिका सुप्रिया सिंह से एसटीएफ ने काफी देर तक जानकारियां हासिल कीं। कोतवाली प्रभारी रिपुदमन सिंह ने बताया कि एसटीएफ की पूछताछ पूरी होने के बाद सुरक्षा के बीच आरोपी शिक्षिका को कोर्ट के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने आरोपी महिला शिक्षिका को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए। जिस पर पुलिस उसे जिला जेल ले गई।
इस संबंध में एसपी सुशील घुले ने बताया कि आरोपी शिक्षिका से पूछताछ कर ली है। सोरों पुलिस ने आरोपी शिक्षिका को न्यायालय में पेश किया था, जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस की टीमें जांच के लिए गई स्थानों पर भेजी गई हैं। जांच चल रही है, पूछताछ में जिन लोगों के संपर्क फर्जी शिक्षिका के मामले में पता चले हैं उन्हें चिह्नित कर जांच की जाएगी।