New Delhi : गूगल जिसे यूज किए बिना हमारा एक भी दिन नहीं कटता। कई कंपनियों का काम तो गूगल के जरिए चलता ही है लेकिन आम आदमी का गुजारा भी गूगल के बिना नहीं होता। इसलिए ये कहना बड़ी बात न होगी कि जिसका कोई नहीं होता उसका गूगल होता है। दुनिया के बच्चे बच्चे तक अपनी पहुंच बना चुकी गूगल कंपनी को एक भारतीय लड़का पिछले 15 सालों से संभाल रहा है। जिसका नाम है सुंदर पिचाई ये गूगल के सीईओ हैं। यानी गूगल के कर्ताधर्ता।
𝐅𝐫𝐨𝐦 𝐈𝐈𝐓 𝐭𝐨 𝐂𝐄𝐎 𝐨𝐟 𝐆𝐨𝐨𝐠𝐥𝐞!
A tale of a boy born without a silver spoon in his mouth to achieve one of the most coveted positions in the world through sheer hard work – #SundarPichai
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— Roger James Hamilton (@rogerhamilton) August 24, 2020
आज हर भारतीय अपने आपको इसलिए भी गौरवान्वित महसूस करता है कि उसके देश का कोई लड़का इतनी बड़ी कंपनी का सीईओ है। यही नहीं आज पिचाई दुनिया के सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कर्मचारी बन गए हैं। इस मुकाम पर पहुंचना किसी सपने से भी परे है लेकिन इसे सच किया पिचाई ने। आइए जानते हैं एक आम लड़का आज कैसे बन गया इतना खास।
उनका पूरा नाम पिचाई सुंदररंजन है, उनका जन्म 10 जून 1972 को चेन्नई (तब के मद्रास) में हुआ था। उनके पिता ब्रिटिश बहुराष्ट्रीय जीईसी नाम की कंपनी में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। वे हमेशा चाहते थे कि उनके बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें। जब सुंदर 10 साल के थे वो भारत में ऐसा समय था जब टेक्नोलिजी के नाम पर एक आम घर में कुछ गिनी चुुनी चीजें ही होती थीं। पिचाई परिवार में भी तब न तो टीवी था न ही मोबाईल और न ही कंप्यूटर लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि ऐसे वातावरण में भी पिचाई की रुचि टेक्नोलॉजी के प्रति अधिक थी। उनके याद करने की क्षमता परिवार में सबको हैरान करती। जब सुंदर के पिताजी पहली बार घर में टेलीफोन लाए तो उसमें सेव सभी नंबर उन्होंने मुंह जबानी याद कर लिये।
Now we do know that Google is a US tech giant headed by an Indian CEO.
Not only is Sundar Pichai, just another Indian exec at a US firm, but he’s closely linked to Hindu supremacist Narendra Modi.
In July 2020, he pledged to pump $10bil for Modi’s Digital India scheme.
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— Malik Khurram Khan Dehwar (@KhurramDehwar) August 20, 2020
बचपन से ही पिचाई एक ब्राईट स्टूडेंट रहे। स्कूल से लेकर कॉलेज सब जगह टॉप किया। हाईयर एजूकेशन के तौर पर पिचाई ने इंजीनियरिंग को अपना पैशन मानकर विषय के रूप में चुना। इसके बाद पिचाई ने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में आईआईटी, खड़गपुर से अपनी बैचलर डिग्री ली। इसके बाद उन्होने एम. एस.मेटेरियल साइंस में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग और पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए किया यहां पर भी उन्हें टॉपर के रूप में पहचान मिली। अच्छी खासी पढ़ाई करने के बाद पिचाई अपने काम के प्रति भी प्रोफेशनल होते गए।
जिस दिन जीमेल लॉन्च किया गया था, गूगल के लिए वो 1 अप्रैल 2004 में इंटरव्यू देने के लिए पहुंचे। तब उनसे जीमेल के बारे में साधारण से सवाल पूछे गए जिसका जवाब वो नहीं दे सके। उन्हें लगा कि ये अप्रैल फूल का जोक है। पिचाई सिलेक्ट हुए उन्होने Google Chrome, Chrome OS, Google Drive, Gmail, Google Maps और Android जैसे सॉफ़्टवेयर को बनाने में विशेष तौर पर काम किया।
जिसके बाद 2015 में उन्हें गूगल ने कंपनी का सीईओ नियुक्त कर दिया। आज सुंदर पिचाई दुनिया के सबसे अधिक सैलरी पाने वाले अधिकारियों में शामिल हैं। कंपनी की जानकारी के अनुसार इस साल उनकी सैलरी बढ़कर 20 लाख डॉलर (15.26 करोड़ रुपये) हो गई है।