New Delhi : शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा की पत्नी आशा मिश्रा ने विकास के इनकाउंटर के बाद कहा – भगवान के यहां देर है मगर अंधेर नहीं। इससे ज्यादा वह कुछ नहीं बोल पाईं। दोनों बेटियां वैष्णवी और वैशारदी के चेहरे पर सुकून दिखा। पिता के जाने के बाद गमजदा परिवार शुक्रवार की सुबह विकास को इनकाउंटर करनेवाली टीम के प्रति कृतज्ञता प्रकट की और सरकार को थैंक्यू कहा।
देवेंद्र मिश्रा के साढ़ू कमलकांत जो खुद मध्य प्रदेश के पन्ना में सन्यासी की तरह रहा करते हैं, इस परिवार को सांत्वना देने और संभालने के लिये पहुंचे थे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विकास को सबक सिखाने वाली पुलिस की टीम प्रशंसा की पात्र है।
First a Tata Safari, then a TUV 300: #VikasDubey's car was switched hours before the encounter. pic.twitter.com/HnymHvy4Re
— NDTV (@ndtv) July 10, 2020
सीओ के साढ़ू ने कहा – पिंडदान के पहले विकास के जाने से देवेंद्र मिश्र की आत्मा को संतुष्टि मिली होगी। सीओ जिस मकसद से विकास के यहां दबिश देने गये थे। अब वो मकसद कुछ हद तक पूरा हो गया।
कमलकांत ने कहा – सिर्फ विकास दुबे के जाने से ही सब कुछ सुधरने वाला नहीं है। भ्रष्ट पुलिस अफसर और विकास को संरक्षण देने वाले नेताओं को भी एक्सपोज किया जाये। इससे यह नजीर बनेगी कि इस तरह का दुस्साहस करने वालों और उनका साथ देने वालों को कैसा परिणाम भुगतना पड़ता है।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है – अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या? इसके जरिये उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीधा सवाल पूछा है।
3 sub-inspector, 1 constable & 2 STF commandos were injured during the incident. In this case, so far, 3 people have been arrested, 6 accused killed, 7 people sent to jail (under section 120B IPC), &12 wanted criminals still absconding:Prashant Kumar, UP ADG-Law&Order#VikasDubey pic.twitter.com/nAAKS3iXOY
— ANI UP (@ANINewsUP) July 10, 2020
उन्होंने लिखा – तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए।
इधर उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस और युपी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा – दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बच गई है।