New Delhi : मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच दोपहर को ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए। इससे पहले सिंधिया भाजपा नेता जफर इस्लाम के साथ घर से निकले। सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिंधिया को सदस्यता दिलवाई। सिंधिया थोड़ी ही देर में भोपाल के लिए रवाना होंगे। वे शुक्रवार को राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं। शुक्रवार को ही मध्यप्रदेश की 3 राज्यसभा सीटों पर चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा सिंधिया के पार्टी में आने से नाराज हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी आलाकमान के सामने जाहिर भी कर दी है।
सत्र के बाद सिंधिया को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जाएगा। कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों समेत 22 विधायकों ने सिंधिया के इस्तीफे की खबर लगते ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। सूत्र बता रहे हैं कि इस्तीफा देने वाले सिंधिया समर्थक विधायकों में से 5 से 7 को मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मंत्री पद दिया जा सकता है।
#WATCH Live from Delhi: Jyotiraditya Scindia joins Bharatiya Janata Party (BJP), in presence of BJP President JP Nadda https://t.co/xBIMuF4CKZ
— ANI (@ANI) March 11, 2020
Jyotiraditya Scindia कांग्रेस छोड़कर यूँ ही नहीं गये. चारों तरफ़ से उन्हें निराशा ही हाथ लगी. Rahul Gandhi के बेहद करीबी सिंधिया की स्थिति पार्टी में ऐसी हो गई थी कि महीनों से वे Rahul Gandhi से मिलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें अप्वाइंटमेंट नहीं मिला. सिंधिया तमाम प्रयास करने के बाद भी राहुल गांधी से मिल नहीं पा रहे थे. त्रिपुरा कांग्रेस प्रमुख रहे प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने फ़ेसबुक पोस्ट कर इसका खुलासा किया है. देबबर्मा का सिंधिया परिवार के साथ पारिवारिक रिश्ता भी है. इन्होंने भी कुछ ही महीने पहले कांग्रेस पार्टी से दूरी बना ली है. देबबर्मा लिखते हैं – मुझे पता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया महीनों से राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हे कोई अप्वाइंटमेंट नहीं मिला. अगर राहुल गांधी हमें नहीं सुनना चाहते थे, तो उन्होंने हमें पार्टी में क्यों लाया? सिंधिया के करीबी माने जाने वाले देबबर्मा ने फेसबुक पोस्ट में मंगलवार को लिखा – मैंने देर रात ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात की और उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने इंतजार किया और इंतजार करते रहे, लेकिन अप्वाइंटमेंट नहीं मिली.