New Delhi : उत्तर प्रदेश में एक शिक्षिका ने एकसाथ 25 स्कूलों में काम करने के साथ-साथ 13 महीने में एक करोड़ रूपये से अधिक वेतन भी उठा लिया। अब ऐसी खबरें मीडिया में आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को कहा – मामले की जांच की जा रही है और अभी इस बारे में कुछ स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है। स्कूली शिक्षा के महानिदेशक विजय किरण आनंद ने बताया – इस तरह की खबरें मीडिया में आने के बाद बेसिक शिक्षा के अपर निदेशक को मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं। अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
According to complaints, a woman teacher who is native of Mainpuri worked in over 25 schools and drew salary of over Rs one crore.#GovtJobshttps://t.co/mCigHvkx8x
— IE Education Jobs (@ieeducation_job) June 5, 2020
बहरहाल आनंद का दावा है – जिस शिक्षिका का नाम सामने आया है और उनका कुछ अता-पता नहीं है। खबरों में ऐसा कहा जा रहा है कि महिला अध्यापक ने एक करोड़ रूपए का वेतन लिया है। यह सब सत्य नहीं है और अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और अगर आरोप सही पाये जाते हैं तो प्राथमिकी कराई जायेगी। वेतन का भुगतान बैंक खाते में भी नहीं हुआ है। मंडलीय अधिकारी जांच कर रहे हैं। अगर कोई शिक्षक गलत तरीके से एक से अधिक स्कूलों में पढ़ा रहा है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
एक शिकायत के अनुसार मैनपुरी की रहने वाली एक शिक्षिका एक साथ 25 स्कूलों में काम कर रही थी और उसने 13 महीनों में एक करोड़ रूपये से अधिक वेतन लिया है। आरोप है कि महिला ने विज्ञान अध्यापक के रूप में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, आंबेडकरनगर, बागपत, अलीगढ़, सहारनपुर, प्रयागराज तथा अन्य स्थानों पर एक साथ काम किया है। मामले के खुलासे के बाद जिले से भी उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
अमेठी के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में तैनात यह शिक्षिका इस समय बेसिक शिक्षा विभाग में काफी चर्चित हो चुकी हैं। विज्ञान विषय की शिक्षिका पर आरोप है कि वह एक दो नहीं बल्कि 25 जनपदों में एक साथ काम कर रही हैं। जहां तक अमेठी जनपद का सवाल है तो जिम्मेदारों की माने तो पिछले वर्ष नवंबर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय अमेठी में पूर्ण कालिक विज्ञान शिक्षिका के पद पर ज्वाइनिंग की थी। जिम्मेदार बताते हैं कि उक्त अवधि में शिक्षिका विद्यालय आती थीं और उन्हें छह माह का वेतन निर्गत किया गया है।
Uttar Pradesh Chief Minister @myogiadityanath responds to reports about a teacher in Mainpuri, who reportedly worked in 25 schools simultaneously and earned over Rs 1 crore as salary in 13 monthshttps://t.co/CgNXt0sSUT
— WION (@WIONews) June 5, 2020
उधर फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद बीएसए ने पत्र जारी कर पत्र मिलने की एक सप्ताह के भीतर शिक्षिका से उनके वास्तविक दस्तावेज तलब किया है। ऐसा ना होने की स्थिति में एफआईआर की भी चेतावनी दी है। बीएसए विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि मैनपुरी जिले के हसनपुर निवासी शिक्षिका अनामिका शुक्ला पर कई जनपदों में कूटनीतिक दस्तावेज लगाकर कार्य करने का आरोप है। संतोषजनक स्पष्टीकरण ना मिलने पर मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही रिकवरी की कार्रवाई की जायेगी।