New Delhi : उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले का रहने वाला युवक 20 दिन में मुंबई से 1507 किमी की दूरी पैदल तय करके रविवार को अपने घर वाराणसी पहुंचा। युवक ने फोन कर घरवालों को बताया कि वह बनारस आ गया है। लेकिन, परिवार ने उसे घर में आने से साफ मना कर दिया। परिजन ने कहा- कोरोनावायरस का टेस्ट कराकर रिपोर्ट लेकर आओगे, तभी घर में प्रवेश मिलेगा। इसके बाद युवक दीनदयाल अस्पताल टेस्ट कराने पहुंचा।
नगर कोतवाली के गोलादिनानाथ का रहने वाला यह युवक मुम्बई में काम करता है। उसने बताया कि वह एक साल पहले मुंबई के नागपाड़ा गया था। वह वहां होटल में काम करता था। कोरोनावायरस के चलते होटल बंद हो गया। वो 23 मार्च को मुंबई से पैदल ही चला था। लॉकडाउन में उसे कोई साधन नहीं मिला। रास्ते में कुछ लोग साथ मिले, लेकिन वे परिचित नहीं थे। सभी को पूर्वांचल आना था।
परिजन की सलाह पर वह रविवार सुबह कबीर चौरा अस्पताल पहुंचा। जब ये बात पुलिस को पता चली तो उसे दीनदयाल अस्पताल टेस्ट के लिए भेजा गया। पुलिस भी उसके साथ थी। कोतवाली इंस्पेक्टर महेश पांडेय ने इस बात की पुष्टि की है। युवक ने बताया- मोहल्लेवाले और घर वाले बिना जांच रिपोर्ट के मुझे घुसने नहीं देंगे। युवक के भाई ने भी बताया कि बिना टेस्ट के सभी को खतरा है। पता नहीं कितने लोगों के संपर्क में आया होगा? जब रिपोर्ट निगेटिव होगी, परिजन ने तभी घर आने के लिए कहा है।
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