ऐतिहासिक पल: अयोध्या मंदिर में विराजमान हुए भगवान राम, लोगों में जबरदस्त उत्साह

जिस शुभ घड़ी का इंतजार हर एक देशवासी कर रहे थे आखिरकार वह शुभ समय आ गया। लगभग 500 सालों के बाद अयोध्या में भगवान राम को उनके घर मिल गया। नवनिर्मित राम मंदिर में भगवान रामलला की प्रतिमा को विराजमान किया गया। सोशल मीडिया के माध्यम से रामलाला की पहली तस्वीर सामने आई है। काले रंग की पत्थर से प्रतिमा का निर्माण किया गया है। प्रतिमा को गर्भ गृह में विराजमान करने के बाद सभी लोग जय श्री राम का नारा लगाने लगे। मंदिर के अंदर काम कर रहे मजदूरों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। सभी लोग भावुक थे और कह रहे थे कि हमारे अच्छे कर्मों का फल है कि हमें यह ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला।

अयोध्या में गुरुवार को नवीन मंदिर के गर्भगृह में कूर्म शिला पर रामलला की प्रतिमा प्रतिष्ठित कर दी गई। श्याम शिला से निर्मित रामलला का विग्रह उसी शिला से बने कमल दल पर विराजित किया गया है। पांच वर्ष के बालक स्वरूप रामलला की लंबाई 51 इंच है जबकि आधार समेत उनकी ऊंचाई सात फुट दस इंच है।

दोपहर 1.41 बजे से शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रामलला के अचल विग्रह की प्रतिष्ठा अपराह्न 01.41 बजे के बाद की गई। रामलला पाषाण खंड से निर्मित कमल दल पर ही खड़े हैं। इस कमल दल और प्रभावली (देवता का आलोकित आभामंडल) के कारण ही विग्रह का वजन डेढ़ कुंतल हो गया है।

गणपति पूजन से शुरुआत गर्भगृह में रामलला के अचल विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का संकल्प लेकर सबसे पहले गणपति का पूजन किया गया। इसके बाद वरुण पूजन, मातृका पूजन, वसोर्धारा पूजन आदि कार्यक्रम किए गए। काशी के शास्त्रत्त्ज्ञ एवं ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्रत्त्ी द्रविड़ और अनुष्ठान के प्रतिष्ठाचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में चल रहे सभी वैदिक कर्मकांड प्रमुख यजमान डॉ. अनिल मिश्र एवं उनकी पत्नी ने किया। इस दौरान वाल्मीकि रामायण, आध्यात्म रामायण, भुसुंडि रामायण व आनंद रामायण का पारायण भी चल रहा है। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी और पेजावर मठ उडुप्पी के पीठाधीश्वर स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ ने बताया कि अभी रामलला के आसन को स्वर्ण मंडित नहीं किया गया है। भविष्य में इसकी तैयारी है लेकिन अभी प्राण प्रतिष्ठा मुख्य लक्ष्य है।

आज चार द्वारों, 16 स्तंभों का पूजन प्राण प्रतिष्ठा के लिए बने यज्ञ मंडप के चार द्वारों और 16 स्तंभों का पूजन कर, चारों वेदों का पाठ और यज्ञ कुंड में अग्नि प्रज्वलित कर शुक्रवार से हवन शुरू किया जाएगा।

लाइव बिहार फेसबुक और ह्वाट्सअप ग्रुप को ज्वाइन करने के लिए लिंक पर क्लिक करें…  LIVE BIHAR आप हमे WHATTSUP  पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *