New Delhi : Corona Virus को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश में 21 दिनों के लॉकडाउन को लागू किया था। अब भारतीय रेलवे और निजी एयरलाइंस कंपनियों ने 15 अप्रैल के बाद के लिए टिकट बुकिंग शुरू कर दी है। वेस्टर्न रेलवे के पीआरओ प्रदीप शर्मा ने कहा- भारतीय रेल ने 14 अप्रैल के बाद की रेल यात्रा के लिए टिकट बुकिंग करना शुरू कर दिया है।
लॉकडाउन के 14 अप्रैल के बाद न बढ़ाए जाने के ऐलान के बाद ट्रैवल एजेंट्स ने रेलवे में बुकिंग को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। ज्यादातर बिजनेस ट्रैवल की इन्क्वॉयरी हैं। लॉक डाउन के चलते ऑफिस बंद है। इसके बावजूद इनक्वॉयरी मिल रही हैं।
आईआरसीटीसी के ऐप और वेबसाइट पर 15 अप्रैल से टिकट उपलब्ध हैं। कई ट्रेनों की टिकटें सोल्ड आउट हैं। एयरलाइंस कंपनियां भी यात्रा के लिए 15 अप्रैल से बुकिंग शुरू कर देगी। निजी एयरलाइंस स्पाइसजेट, इंडिगो और गोएयर घरेलू यात्रा के लिए ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम को 15 अप्रैल से बुकिंग के लिए खोल रहे हैं। हालांकि, इस मुद्दे पर एयरलाइंस की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
भारत का रेल नेटवर्क दुनिया का सबसे लंबा रेल नेटवर्क है। सरकारी ट्रस्ट इंडिया ब्रैंड इक्विटी फाउंडेशन की वेबसाइट के मुताबिक 13,452 यात्री ट्रेन के जरिए करीब 2.3 करोड़ लोग 1,23,236 किलोमीटर के दायरे में प्रतिदिन यात्रा करते हैं। रेल को भारत की लाइफ लाइन कहा जाता है। ठीक इसी तरह से देश के कई महानगरों में मेट्रो ट्रेनों को परिचालन भी होता है, जिसमें लाखों लोग यात्रा किया करते थे, इन सेवाओं को भी 14 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है। वहीं, कोरोना के प्रकोप से सबसे बुरी तरह से एविएशन सेक्टर प्रभावित हुआ है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के अनुसार, इस संकट की वजह से दुनियाभर में एयरलाइंस को करीब 113 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। सीएपीए ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में ही यानी जून, 2020 तक भारतीय एविएशन इंडस्ट्री को करीब 3.3 से 3.6 अरब डॉलर 27 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो सकता है। कोरोना वायरस की वजह से भारतीय एविएशन सेक्टर को हर दिन करीब 150 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।
भारत से हर दिन करीब 4500 डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन किया जाता है, इनमें से करीब 600 इंटरनेशनल फ्लाइट होते हैं। अकेले दिल्ली से ही हर दिन करीब 900 उड़ानों का संचालन होता है। इस लॉकडाउन से पहले ही डोमेस्टिक एयरलाइंस की सेवाओं में 30 फीसदी की गिरावट आ चुकी थी।