New Delhi : लगभग 60 साल पहले जनसंघ से जुडे वरिष्ठ भाजपा नेता मोहन लाल बौंठियाल को बुधवार को उस समय यकीन नही हुआ, जब उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया और बताया गया कि Prime Minister Narendra Modi उनसे बात करना चाहते हैं। बौंठियाल को यह फोन सुबह आठ बजकर 26 मिनट पर आया। इस समय वह वह पौडी गढवाल जिले के दुगडडा ब्लॉक में स्थित अपने गांव एता में अपने गेहूं के खेतों की तरफ घूमने गए थे। उनके आनंद का तब ठिकाना न रहा जब दूसरी तरफ से उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की आवाज सुनाई दी, जो उनसे उनकी कुशल क्षेम पूछ रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे लगभग तीन मिनट तक बात की और इस दौरान अन्य बातों के अलावा दोनों ने अपनी बदरीनाथ और श्रीनगर गढ़वाल की मुलाकातों को याद किया। बौठियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें बताया कि बुधवार को उन्होंने जनसंघ से जुड़े अपने कुछ पुराने मित्रों से बात की और इसी क्रम में उनसे भी बात कर रहे हैं। बकौल बौंठियाल मोदी ने कहा कि यह समय संकट का है इसलिए वह सभी से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी कार्यकर्ता के लिए यह बहुत बड़ा सम्मान है जब देश का प्रधानमंत्री स्वयं फोन करके उनका हालचाल पूछता है। मोदी की यही खूबी उन्हें जननायक बनाती है। उत्तराखंड में बीजेपी के संस्थापको में से एक रहे बौठियाल 1958 में स्वयं सेवक के तौर पर संघ से जुड़ गए थे। दो साल बाद 1960 में वह जनसंघ से जुड़े ओर फिर 1980 में भाजपा के सदस्य बने। आपातकाल के दौरान और उसके बाद राम जन्मभूमि आंदोलन और पृथक उत्तराखंड राज्य आंदोलन में भी उन्होंने सक्रिया भूमिका निभाई।
PM Narendra Modi आजकल रोज पुराने नेताओं और पूर्व विधायकों/सांसदों को फोन करते हैं और कोरोना आपदा के इस घड़ी में बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते हैं। इसी क्रम में PM Modi ने बुधवार 22 अप्रैल की सुबह 8:30 बजे कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया से पूर्व विधायक रहे नारायण जी उर्फ भुलई भाई को फोन कर उनका आशीर्वाद लिया।
कॉल भुलई भाई के बेटे अनूप चौधरी के मोबाइल पर आई जिसे भुलई भाई के नाती कन्हैया चौधरी ने रिसीव किया। प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी ने उनसे पूछा – नारायण जी से बात हो सकती है…। कन्हैया ने कहा – बिल्कुल हो सकती है। यह कहते हुए उन्होंने भुलई भाई को मोबाइल दे दिया। कन्हैया ने जब बताया कि फोन पर दूसरी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं तो भुलई भाई की खुशी का ठिकाना न रहा। भुलई भाई के फोन पर आते ही दूसरी तरफ से प्रधानमंत्री ने उन्हें प्रणाम किया। उन्होंने उनका हालचाल लिया और कहा कि बहुत सालों से उनसे बात-मुलाकात नहीं हो पाई। आज मन कर दिया कि बात करूं और संकट काल में आशीर्वाद लूं। आपने तो शताब्दी देखी है। 106 वर्ष में तो आपने पांच पीढि़यां देखी होंगी। इधर से भुलई भाई ने अपना हाल बढि़या बताते हुए प्रधानमंत्री की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आपकी कृपा से सब ठीक चल रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि ईश्वर आपको यशस्वी बनाए और जब तक स्वस्थ रहें देश का नेतृत्व करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि बस आपका आशीर्वाद है, अच्छा करूं, आप लोगों से जो सीखा है वो देश के काम आये। प्रधानमंत्री ने भुलई भाई की तबीयत का हाल जाना और कहा कि परिवार में भी सभी को उनका प्रणाम कह दें। बहुत साल हो गए उन्हें देखा नहीं है लेकिन सबको प्रणाम कह दें।
नारायण उर्फ भुलई भाई जनसंघ के जमाने से भाजपा से जुड़े रहे। वह 1974 से 1977 और 1977 से 1980 तक कुशीनगर की नेबुआ नौरंगिया सीट से जनसंघ के विधायक रहे। इमरजेंसी में वह कई महीनों तक जेल में भी रहे। इससे पहले PM Modi ने मंगलवार को फोन करके रायपुर की पहली महिला विधायक रजनी ताई उपासने से बात की। मोदी ने हालचाल पूछने के साथ ही उनका आशीर्वाद भी लिया। करीब 87 वर्षीय ताई 1977 में रायपुर विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई थीं।