New Delhi : NRI अरबपति Laxmi N Mittal ने मंगलवार को भारत में घातक कोरोनावायरस के प्रसार से निपटने के लिए पीएम कार्स फंड में 100 करोड़ रुपये के योगदान की घोषणा की। मित्तल ने कहा – आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया और जापान की निप्पॉन स्टील, एचएमईएल और मित्तल एनर्जी इन्वेस्टमेंट्स कोरोना से लड़ने के लिये PM केयर में 100 करोड़ दे रहे हैं। वायरस से प्रभावित परिवारों और भारत की स्वास्थ्य क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में यह एक छोटा सा प्रयास है।
उन्होंने कहा – सरकार, कंपनियों और नागरिकों को अपने संसाधनों को एकत्र करके मिलकर काम करने का वक्त आ गया है। हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि इस महामारी को किसी भी तरह रोका जाये। मित्तल ने यह भी कहा कि उनकी कंपनियां 5,000 से अधिक लोगों को दैनिक भोजन और 30,000 से अधिक को भोजन किट प्रदान कर रही हैं।
इधर Wipro के अजीम प्रेम जी ने एकबार फिर साबित कर दिया है कि क्यों उन्हें देश का सबसे बड़ा दानवीर कहा जाता है? देश के सबसे अमीर मुकेश अंबानी और दूसरे नबंर के अमीर गौतम से कई गुना ज्यादा दान उन्होंने कोरोना आपदा के खिलाफ जारी जंग में दिया है। मुकेश अंबानी से 200% और गौतम अडानी से 1000% ज्यादा दान।
जी हां, विप्रो लिमिटेड, विप्रो एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से कोरोनावायरस संकट से निपटने के लिए 1,125 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है। वहीं, टिकटॉक ने 100 करोड़ रुपये के 4 लाख सेफ्टी सूट दान किए हैं। यह सूट डॉक्टर्स और मेडिकल हेल्थ वर्कर्स के प्रयोग के लिए है। सुप्रीम कोर्ट के 33 जजों ने भी बुधवार को 50-50 हजार रुपये पीएम केयर फंड में जमा किए हैं।
विप्रो कंपनी ने बयान जारी कर बताया कि इस राशि का उपयोग चिकित्सा-सामाजिक सेवा में जुटी मेडिकल टीम और सामाजिक कार्यकर्ताओं को जरूरी चीजों को मुहैया करवाने पर खर्च किया जाएगा। लॉकडाउन से प्रभावित समाज के कमजोर तबके के लोगों तक मदद पहुंचाई जाएगी। कुल 1,125 करोड़ रुपए में से विप्रो लिमिटेड ने 100 करोड़ रुपए, विप्रो एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने 25 करोड़ रुपए और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने 1,000 करोड़ रुपए का योगदान किया है।
टिकटॉक की तरफ से 4 लाख सेफ्टी सूट देने का ऐलान किया गया है। इस पर 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बुधवार को 20 हजार 675 सूट केंद्र सरकार को मिल गए। शनिवार से पहले 1 लाख 80 हजार 375 सूट भारत आ जाएंगे। अगले हफ्ते तक बाकी के 2 लाख सूट भी भारत पहुंच जाएंगे। टिकटॉक के प्रमुख निखिल गांधी ने पत्र के जरिए इस बात की जानकारी दी। भारत में टिकटॉक के 25 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं।
कोरोनावायरस से निपटने के लिए रतन टाटा ने अब तक का सबसे बड़ा डोनेशन दिया है। 82 वर्षीय टाटा ने शनिवार को पहले टाटा ट्रस्ट की तरफ से 500 करोड़ रुपए खर्च करने की बात कही। फिर ढाई घंटे बाद ही एक अन्य ट्वीट के जरिए 1,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त मदद का ऐलान किया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सोमवार को पीएम केयर फंड में 500 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया। इंडस्ट्री की तरफ से 5-5 करोड़ रुपये महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्री राहत कोष में भी दिए जाएंगे। इंडस्ट्री की तरफ से कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए मुंबई में 100 बेड का अस्पताल दो हफ्तों में तैयार किया गया, जिसका नाम कोविड-19 रखा गया। डॉक्टर-नर्स के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट तैयार करवाए जा रहे हैं। प्रतिदिन एक लाख मास्क तैयार किए जा रहे हैं। इमरजेंसी वाहनों में फ्री ईंधन और डबल डेटा भी उपलब्ध कराया जा रहा है। 10 दिनों तक रोजाना पांच लाख लोगों को खाना मुहैया कराया जाएगा।
अडानी ग्रुप के गौतम अडानी और वेदांता रिसोर्सेज के अनिल अग्रवाल ने कोरोना से जारी इस जंग में 100-100 करोड़ रुपये की मदद का ऐलान किया।महिंद्रा ग्रुप अपनी यूनिट्स में वेंटिलेटर बनाएगा, ताकि कोरोना के मामले बढ़ने पर देश में वेंटीलेटर की कमी न हो। महिंद्रा ने अपनी हॉलीडे कंपनी क्लब महिंद्रा को भी मरीजों की देखभाल के लिए खोलने का प्रपोजल दिया है। महिंद्रा अपनी 100% सैलरी कोविड-19 फंड में देंगे। यह फंड छोटी इंडस्ट्री और डेली वेजेज पर काम करने वाले लोगों की मदद के लिए बनाया गया है।