New Delhi : जम्मू कश्मीर पुलिस के बर्खास्त डीएसपी देवेंद्र सिंह, आतंकवादी नावीद बाबू, रफी और इरफान को राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) की विशेष अदालत में पेश किया गया. जहां से देवेंद्र सिंह और उसके साथी आतंकियों को फिर से 15 दिन की न्यायिक हिरासतमें भेज दिया गया है. हालांकि आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही देवेंद्र सिंह को दिल्ली लाया जा सकता है.
गुरुवार को बर्खास्त डीएसपी देवेंद्र सिंह, हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर नवीद बाबू और उसके सहयोगी मोहम्मद रफी व इरफान कोरिमांड की अवधि खत्म होने से पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत में गुरुवार को पेश किया गया. सूत्रों केमुताबिक देवेंद्र सिंह की पुलिस रिमांड गुरुवार को खत्म हो रही थी. इसलिए उसे और उसके आतंकी साथियों को अदालत में पेश कियागया.
वर्तमान में एनआईए की टीम जम्मू में देवेंद्र सिंह से लगातार पूछताछ कर रही थीं. पिछले महीने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) केमहानिदेशक वाई.सी. मोदी ने जम्मू में इस पूरे मामले की जांच की समीक्षा भी की थी. अब न्यायिक हिरासत बढ़ जाने के बाद देवेंद्र सिंहको हिरानगर जेल भेजा गया है, जबकि उसके आतंकी साथियों को कोटबलवाल जेल भेज दिया गया है.
बताते चलें कि पुलिस ने 11 जनवरी को जम्मू–श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. वह नवीद, रफी वइरफान को साथ लेकर जम्मू जा रहा था. जम्मू–कश्मीर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी. लेकिन बाद में यह मामला जांच के लिएएनआईए को सौंप दिया गया था. इससे पहले एनआईए की एक टीम ने श्रीनगर के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसमें इंदिरा नगरस्थित देवेंद्र का घर और गुलशन नगर शामिल था. छापेमारी के बाद एनआईए के सीनियर अफसर दिल्ली वापस लौट गए थे, लेकिन एकटीम अभी कश्मीर में रहकर मामले की जांच कर रही है.
हालांकि गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र सिंह को जम्मू–कश्मीर पुलिस से बर्खास्त भी कर दिया था. 2018 में उसे पुलिस पदक से सम्मानितकिया गया था. एनआईए देवेंद्र सिंह और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी समूहों और पाकिस्तान स्थित जैश–ए–मोहम्मद के साथ–साथ पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई के साथ संदिग्ध संबंधों की जांच कर रही है.
बर्खास्त पुलिस अधिकारी देवेंद्र सिंह पर आरोप है कि उसने आतंकवादियों को भारत के भीतर सुरक्षित रूप से यात्रा करने में मदद की है. अपने वकील को लिखे गए एक पत्र में अफजल गुरु ने 2001 के संसद हमले की साजिश में देवेंद्र सिंह के शामिल होने का जिक्र भीकिया था. वो पत्र फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. इसके अलावा जांच अधिकारी देवेंद्र सिंह के बैंक हस्तांतरण की भी जांचकर रहे हैं.