New Delhi : चौबेपुर के बिकरू गांव में शहीद हुये बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा के साढू ने उज्जैन में मोस्टवांटेड विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने पूरे घटनाक्रम को विकास का सुरक्षित सरेंडर करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया- इसमें खाकी और खदीधारियों की मिलीभगत है। इसकी पटकथा पहले ही तैयार की जा चुकी थी।
#WATCH Madhya Pradesh: After arrest in Ujjain, Vikas Dubey confesses, "Main Vikas Dubey hoon, Kanpur wala." #KanpurEncounter pic.twitter.com/bIPaqy2r9d
— ANI (@ANI) July 9, 2020
चौबेपुर बिकरू कांड के बाद शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा का पत्र सामने आने के बाद उनके स्वजन पहले से विकास से मिलीभगत का आरोप लगाते आ रहे हैं। मामले में जांच के बाद तत्कालीन एसओ विनय तिवारी और हलका प्रभारी केके शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार किया जा चुका है।
इधर, गुरुवार की सुबह उज्जैन में मोस्टवांटेड विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद शहीद सीओ के साढू कमलाकांत ने विकास की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने आरोप लगाया – खाकी और खादी ने एक बार फिर मिलकर विकास दुबे के लिये सुरक्षित सरेंडर की पटकथा तैयार की है।
कमलाकांत ने कहा – एक दिन पहले तक विकास फरीदाबाद में था और लगभग हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी करके वह चंद घंटों में उज्जैन पहुंच गया। उज्जैन में उसने महाकाल मंदिर में दर्शन किये। उन्होंने गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुये कहा- विकास ने सरेंडर किया है। वह इस विकास की गिरफ्तारी के घटनाक्रम को संदेह की नजरों से देख रहे हैं।
#WATCH सरकार जो उचित समझे वो करे, हमारे कहने से कुछ नहीं होगा। इस समय वो (विकास दुबे) भाजपा में तो है नहीं, सपा(समाजवादी पार्टी) में है: सरला देवी, विकास दुबे की मां pic.twitter.com/4TNdE0tqdJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 9, 2020
निश्चित तौर पर एक बार फिर खाकी और खादी उसे बचाने में सफल रही, यह जांच का विषय होना चाहिये कि आखिर इतने कम समय में उसे उज्जैन किसने पहुंचाया। उन्होंने कहा – उसके चेहरे के हाव-भाव को देखकर लग रहा था कि वह अपने जीवन को लेकर पूरी तरीके से आश्वस्त हो चुका है।