New Delhi : ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क अब सुर्खियों का हिस्सा बन गया है। तनिष्क अपने एक विज्ञापन के कारण चर्चा का विषय बना हुआ है। इस विज्ञापन को सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। कुछ लोग इस विज्ञापन का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसका बहिष्कार करने जा रहे हैं। कई सितारों ने इसके बारे में ट्वीट भी किया है। इस विज्ञापन को देखने के बाद, कुछ लोग इसे ‘लव जिहाद’ और ‘फर्जी धर्मनिरपेक्षता’ कह रहे हैं। इस सब के बीच, अब गीतकार जावेद अख्तर ने इस विज्ञापन के बारे में अपनी राय दी है।
An inter- communal marriage whether in a film ad or real life always upsets some people of which ever community the girl belongs to this resentment is based on belief that women are chattel their property They look at the groom n family as a village will look at cattle thieves .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) October 14, 2020
Sunanda, …..Javed Akhtar, Saba Naqvi , Arfa Khanum & their ilk know the facts very well. They r not naive. Everything they r doing & saying as a team, is intentional. They have a dangerous agenda in the back of their mind. Good thing is… V know what they r upto.
— Mini Razdan (@mini_razdan10) October 14, 2020
पितृसत्ता को जब चोट लगती है तो वो धार्मिक बँटवारे का सहारा लेती है। ये ट्वीट किसी भी तरह हिंदू धर्म पर टिप्पणी नहीं है बल्कि उस सोच पर है जो एक महिला को उसकी मर्ज़ी का जीवन जीने, जीवनसाथी चुनने के अधिकार से वंचित करती है, और महिला के शरीर व sexuality पर क़ब्ज़ा चाहती है। https://t.co/CVMSq5LnIM
— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) October 14, 2020
विज्ञापन के संबंध में एक ट्वीट में, जावेद लिखते हैं, “चाहे वह फिल्म हो, विज्ञापन हो या वास्तविक जीवन हो … हर जगह एक अंतर-धार्मिक विवाह हमेशा कुछ लोगों को परेशान करता है, जिसमें लड़की पक्ष का आक्रोश सामने आता है या इससे संबंधित होता है, यह आक्रोश इस विश्वास पर आधारित है कि महिलाएं उनकी संपत्ति की तरह हैं। गुस्साए लोग दुल्हन और उसके परिवार को एक गांव के पशु चोर के रूप में देखते हैं। इस ट्वीट की वजह से जावेद अख्तर लोगों की नाराजगी का शिकार हो गए। इस ट्वीट के जवाब में, लोग गीतकार की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि जावेद अख्तर ही नहीं, कई सेलेब्स ने भी विज्ञापन के पक्ष में अपनी टिप्पणी दी है। लगातार विरोध को देखते हुए कंपनी ने विज्ञापन को हटा दिया है। इस पर, अभिनेत्री दिव्या दत्ता, जिन्होंने इस विज्ञापन में अपनी आवाज़ दी, ने निराशा व्यक्त की और कहा कि कंपनी को इसे नहीं हटाना चाहिए। विज्ञापन में आवाज देने वाली दिव्या दत्ता ने भी अपनी बात रखी है। एक ट्विटर यूजर ने दिव्या दत्ता से पूछा कि क्या यह आपकी आवाज है। इस पर दिव्या ने जवाब दिया, “हां, यह मेरी आवाज है। यह दुखद है कि इसे हटा दिया गया। मैं इसे प्यार करती थी।” वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा कि वह उनके खिलाफ नहीं है, लेकिन गलत गलत है।
The concept wasn’t as much a problem as the execution was,the fearful Hindu girl apologetically expressing her gratitude to her in-laws for the acceptance of her faith, Isn’t she the woman of the house? Why is she at their mercy? Why so meek and timid in her own house? Shameful. https://t.co/LDRC8HyHYI
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 12, 2020
— Tanishq (@TanishqJewelry) October 13, 2020
बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत ने आरोप लगाया कि ब्रांड न केवल “लव-जिहाद” का समर्थन कर रहा है, बल्कि महिलाओं के लिये शर्मिंदगी भरा अहसास है। उन्होंने ट्वीट किया- इस विज्ञापन की अवधारणा से उतनी समस्या नहीं थी जितनी कि इसके प्रेजेंटेशन से। भयभीत हिंदू लड़की ने अपने धर्म को स्वीकार करने के लिये अपने ससुराल वालों से क्षमा याचना करते हुये पूछती है कि आप गोदभराई क्यों कर रही हैं, क्या वह घर की महिला नहीं है? वह उनकी दया पर क्यों है? अपने ही घर में इतना नम्र और डरपोक क्यों? शर्मनाक।