New Delhi : उत्तर प्रदेश में माहौल बिगाड़ने का एक ‘अंतरराष्ट्रीय’ षडयंत्र का खुलासा उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया है। पुलिस ने हाथरस के छंदपा पुलिस स्टेशन में अज्ञातों के खिलाफ यह मामला दर्ज किया है, जिसमें अन्य आरोपों के आलावा देशद्रोह की धाराएं भी लगाई गईं हैं। इस केस में त्वरित जांच की प्रक्रिया चल रही है। इस मामले में पुलिस को एक आरोपी भी मिल गया है। इसने justiceforhathrasvictim.carrd.co वेबसाइट बनाई थी। कहा जा रहा है कि इसी वेबसाइट के जरिये साजिश रची जा रही थी जबकि इससे जुड़े लोगों का कहना है कि इस पर हाथरस प्रकरण के खिलाफ सुरक्षित प्रदर्शन और पुलिस से बचाव करते हुये प्रदर्शन में शामिल होने की जानकारियां दी जा रहीं थीं।
BJP's opponents trying to lay foundation for caste, communal riots with international funding: Yogi Adityanath https://t.co/uTybPj5Lcj pic.twitter.com/V7igFFniGz
— The Times Of India (@timesofindia) October 5, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ‘संतुलन’ खो बैठे हैं।
वे पीड़ितों को इंसाफ देने के बजाय अंतर्राष्ट्रीय साज़िश होने की मूर्खतापूर्ण थ्योरी पेश कर रहे हैं।
आदित्यनाथ जी को जनता को बेवक़ूफ़ बनाना छोड़ बेटियों को इंसाफ देना चाहिए।#HathrasHorrorShocksIndia https://t.co/P6J3YQdxih
— Akshit Bokadiya (@akshit__10) October 5, 2020
@BJP4India उम्मीद है कि कार्यवाही होगी।#BetiBachaoBetiPadhao #HathrasHorrorShocksIndia https://t.co/YBOYMByHve
— M C Marmat (@MCMarmat) October 5, 2020
खुफिया के हवाले से ऐसी मीडिया रिपोर्टस सामने आईं जिसमें कहा गया कि जानबूझ कर उत्तर प्रदेश का माहौल बिगाड़ने और जातीय उन्माद फैलाने का षडयंत्र किया गया। इसमें एक दो संगठनों का नाम भी सामने आया है। इसके लिये फॉरेन फंडिंग के भी आरोप लग रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रविवार को कहा था कि विपक्षियों को प्रदेश का विकास कार्य बर्दाश्त नहीं हो रहा। सरकार को बेपटरी करने के लिये, विकास के रास्ते से डिगाने के लिये जातीय उन्माद फैलाने के षडयंत्र रचे जा रहे हैं।
इधर हाथरस के सांसद राजवीर दिलेर के बाद सोमवार को हाथरस के बरौली विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के विधायक दलबीर सिंह ने हाथरस प्रकरण के आरोपियों से मुलाकात की। विधायक एक वकील के साथ अलीगढ़ जेल पहुंचे थे जहां हाथरस के आरोपी बंद हैं। हालांकि बाहर निकलने के बाद नेता जी ने इस बात से इंकार कर दिया कि वे हाथरस के आरोपियों से मिले हैं। उनके वकील ने कहा कि अपने क्षेत्र के एक उम्रकैद की सजा भुगत रहे एक सजायाफ्ता के पेरौल के विषय को समझने के लिये जेल में गये थे और सिर्फ उसी कैदी से मिले।
वैसे हाथरस के भारतीय जनता पार्टी के सांसद राजवीर दिलेरे ने हाथरस के आरोपियों से मुलाकात के बाद उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया है। इन नेताओं के आरोपियों के पक्ष में इस तरह से खड़े हो जाने की वजह से माहौल बेहद अजीब हो गया है। हाथरस के हवा में जातीय समीकरण कुछ ज्यादा ही घुल गये हैं। ऐसा देखा जा रहा है कि फॉरवार्ड इलाकों या गांवों में लोग इस प्रकरण के आरोपियों को लेकर रो रहे हैं और आंसू बहा रहे हैं। ऊंची जाति के लोग आरोपियों के पक्ष में खड़े हो गये हैं। वहीं दलित समुदाय में भी विरोध का स्वर मजबूत होता जा रहा है। जातीय गोलबंदी तेजी से घनघोर होती जा रही है।
अरे अगर अपने संरक्षित प्रजाति के कुकर्मियो को बचाने का धर्म निभाने की कसम ही खा रखी है… तो अपनी जनेऊपालिका मे ले जाकर बचा लेते.. अब ये खुलेआम गुंडई और आतंक दिखाकर देश को विश्व मे क्यो बदनाम कर रहे हो महाराज ??? #HathrasHorrorShocksIndia #manisha_valmiki #HathrasHorror https://t.co/5FaHIwC76u
— PRK… jai bheem (@Vijay11432226) October 5, 2020
Dying testimony of #Hathras victim is clear but after U.P Cop quoted medical report to say No Rape, I meet Doctors at Aligarh Medical College where victim was treated. They underline: "Report found no sperm (late tests) it did NOT rule out Rape" For more- https://t.co/CAkl7UXcoY pic.twitter.com/dMHMOrWNVK
— barkha dutt (@BDUTT) October 5, 2020
इधर इस मामले को लेकर आज दोपहर में उस समय माहौल और गर्म हो गया जब हाथरस पीडितों से मिलने जा रहे आप नेता संजय सिंह के चेहरे पर स्याही डाल कर मुंह काला किया गया। वैसे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन आप और विपक्षी पार्टियों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ताओं ने भी आज जगह जगह विरोध प्रदर्शन कर जयंत चौधरी के साथ हुये दुर्व्यवहार का विरोध किया।