New Delhi : सोने का भंडार मिलने की वजह से उत्तर प्रदेश का सोनभद्र अचानक सुर्खियों में आ गया है। ये भारत के लिए राहत कीखबर है। दरअसल, भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा आयातक है।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की सोन पहाड़ी में 2700 टन सोना और हरदी क्षेत्र में 646.15 टन सोने का भंडार होने का अनुमान है। भूतत्वएवं खनिकर्म निदेशालय ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। ई–टेंडरिंग से इसकी नीलामी का आदेश भी जारी कर दिया गया है। इससेपहले, खनिज स्थलों की जियो टैगिंग के लिए सात सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है, जिसकी रिपोर्ट 22 फरवरी तक लखनऊ को सौंपीजाएगी। बता दें कि भारत सरकार के पास 618 टन सोना रिजर्व है।
2005 से ही यहां जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) की टीम अध्ययन कर रही है। टीम ने इस आधार पर ही सोनभद्र मेंसोना होने का दावा किया था। इसकी पुष्टि 2012 में हुई थी कि सोनभद्र की पहाड़ियों में सोना मौजूद है। हालांकि, अब तक इस दिशा मेंकाम शुरू नहीं हुआ था। अब प्रदेश सरकार ने तेजी दिखाते हुए सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है। करीब 12 लाख करोड़ रुपए की खनिज संपदा मिलने का अनुमान है।
सोनभद्र के सलैयाडीह क्षेत्र में एडालुसाइट, पटवध क्षेत्र में पोटाश, भरहरी में लौह अयस्क और छपिया ब्लाक में सिलीमैनाइट के भंडारकी भी खोज की गई है। जिले के खनिज अधिकारी केके राय ने बताया कि सोनभद्र जिले में यूरेनियम का भी भंडार होने की संभावना है, जिसकी तलाश में केंद्रीय और अन्य टीमें लगी हैं।
स्वतंत्रता मिलने के लगभग 10 वर्षों तक यह क्षेत्र अलग–थलग था तथा यहां यातायात या संचार के कोई साधन नहीं थे। पहाड़ियों में चूनापत्थर और कोयला के साथ तथा क्षेत्र में पानी की बहुतायत होने के कारण यह औद्योगिक स्वर्ग बन गया। यहां पर देश की सबसे बड़ीसीमेन्ट फैक्ट्रियां, थर्मल तथा हाइड्रो प्रोजेक्ट, एलुमिनियम एवं रासायनिक इकाइयां स्थित हैं। साथ ही कई सारी सहायक इकाइयां एवंअसंगठित उत्पादन केन्द्र, विशेष रूप से स्टोन क्रशर इकाइयां, भी स्थापित हुई हैं।