New Delhi : पीजीआई के डॉक्टरों की एक टीम ने लगभग 7 घंटे की सर्जरी के बाद पंजाब पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक (ASI) के बाएं हाथ को सफलतापूर्वक रि-इंप्लांट कर दिया गया, जिसे निहंगों ने रविवार की सुबह पटियाला में एक संघर्ष के दौरान काट दिया था। पीजीआई ने कहा कि 50 साल के मरीज के बाएं हाथ की कलाई तक का हिस्सा पूरी तरह अलग हो गया गया था।
पीजीआई ने एक बयान में कहा कि कटे हुए हिस्से को प्रारंभिक रूप से तैयार करने के बाद सुबह लगभग 10 बजे उसे फिर से जोड़ने का काम शुरू हुआ। सभी नसों और सिराओं को आपस में जोड़ा गया। सभी क्षतिग्रस्त हिस्सों को रिपेयर किया गया। तीन के-वायर्स का इस्तेमाल कर कलाई के सभी नर्व को हड्डी के साथ फिक्स किया गया। इन सब में लगभग 7.5 घंटे लगे। पीजीआई ने कहा कि यह तकनीकी रूप से बहुत जटिल और चुनौतीपूर्ण सर्जरी थी, जिसे सफलतापूर्वक किया गया। पीजीआई ने बयान में कहा है कि सर्जरी के अंत में मूल्यांकन किया गया कि हाथ काम करेगा और रक्त के अच्छे संचरण के कारण वह गरम भी था।
पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता के एक फोन कॉल के बाद पीजीआई के निदेशक जगत राम ने ट्रॉमा सेंटर में आपात टीम को सक्रिय किया और प्लास्टिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष रमेश शर्मा को हाथ को रि-इंप्लांट करने की जिम्मेदारी सौंपी। यह सर्जरी संपन्न करने वाली टीम में सुनिल गागा, जेरी आर. जॉन, सूरज नायर, मयंक चंद्रा, शुभेंदु, अंकुर, अभिषेक और पूर्णिमा शामिल थे। जबकि नर्सिंग टीम में अरविंद, स्नेहा और अर्श शामिल रहे।
हरजीत रविवार सुबह सुबह पटियाला शहर में लॉकडाउन के लिए ड्यूटी पर तैनात थे। शहर शांत था, लेकिन इसी बीच एक वाहन में सवार कुछ लोग बैरिकेडिंग के पास पहुंच गए। हरजीत की टीम के पास मांगे जाने के बाद शुरू हुए विवाद में ही निहंग सिखों ने ड्यूटी पर तैनात जवानों पर हमला किया। इस दौरान कुछ लोगों ने तलवार से हरजीत सिंह का एक हाथ काट दिया। इस घटना पर पंजाब के स्पेशल चीफ सेक्रटरी केबीएस सिद्धू ने बताया कि बलबेरा के गुरुद्वारे से निहंगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक पुलिस फायरिंग में घायल हो गया था और उसे अस्पताल ले जाया गया है।