New Delhi : शिवसेना नेता संजय राउत के सोनू सूद को लेकर दिये गये बयान से महाराष्ट्र की सरकार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपना पल्ला झाड़ लिया है। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने रविवार 7 जून को संवाददाताओं से बात करते हुये कहा – मुझे नहीं पता कि संजय राउत साहब ने क्या बयान दिया है। लेकिन सोनू सूद ने बहुत से श्रमिकों को उनके घर भेजकर अच्छा काम किया है। जो भी इस तरह की अच्छी पहल करेगा हम उसकी तारीफ करेंगे, सोनू सूद हों या कोई और। इससे पहले रविवार के सामना में संजय राउत ने लिखा – बहुत चालाकी से वो ‘महात्मा’ सूद बनने की ओर हैं।
Actor Sonu Sood has done good work by sending a lot of migrant workers to their homes. I did not hear what Sanjay Raut sahab said. We will appreciate whoever takes such good initiatives, be it Sonu Sood or anyone else: Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh pic.twitter.com/VVuEhG3LDt
— ANI (@ANI) June 7, 2020
इसके बाद संजय राउत मीडिया के सामने आये और बयान दिया – सोनू सूद एक अच्छे एक्टर हैं। फिल्मों के लिये अलग-अलग डायरेक्टर होते हैं, सोनू सूद ने जो काम किया है वह अच्छा है लेकिन ऐसा संभव है कि इसके पीछे एक राजनीतिक डायरेक्टर हो। यानी उन्होंने सोनू सूद के सारे सेवाधर्म को राजनैतिक षडयंत्र बताया ताकि सरकार को गैरजिम्मेदार दिखाया जा सके। बहरहाल महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इस मसले पर एक लाइन की टिप्पणी के बाद कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा- राज्य सरकार ने 55 साल से अधिक के पुलिसकर्मियों को छुट्टी पर भेजने का फैसला किया है। 11 हजार कैदियों को इमर्जेंसी परोल पर भेजने का फैसला भी लिया गया है।
अनिल देशमुख ने कहा – राज्य में अब तक करीब 3000 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और करीब 30 की मौत हो चुकी है। इसको देखते हुए हमने फैसला लिया है कि 50-55 आयुवर्ग के लोगों को सामान्य ड्यूटी पर लगाया जायेगा और 55 वर्ष से अधिक आयु के पुलसकर्मियों को वैतनिक छु्ट्टी पर भेजा जायेगा।
There were 38000 prisoners in 60 jails of Maharashtra. We've released 9671 prisoners to ensure social distancing in jails. Now, we are going to release 11000 more prisoners on emergency parole. We have set up 31 temporary prisons in 24 districts: State Home Minister Anil Deshmukh pic.twitter.com/K8yhJ0l0oF
— ANI (@ANI) June 7, 2020
देशमुख ने बताया – महाराष्ट्र के 60 जेलों में करीब 38 हजार कैदी थे। जेल में सोशल डिस्टेंशिंग को ध्यान में रखते हुए 9671 कैदियों को रिहा किया जा चुका है। अब हमने 11 हजार और कैदियों को इमर्जेंसी परोल पर भेजने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि 24 जिलों में 31 अस्थायी जेल बनाए गए हैं।