New Delhi : BSF का एक जवान अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर IAS बन गया है। लुधियाना के रहने वाले हरपीत सिंह BSF में बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात थे। उन्होंने तैयारी करके यूपीएससी में 19वीं रैंक हासिल की थी। 2019 में आये रिजल्ट ने उनके पूरे शहर को ही चौंका दिया था। हरपीत सिंह लुधियाना के दोराहा शहर के रहने वाले वाले हैं। हरप्रीत ने पांचवें अटेंप्ट में ये परीक्षा पास की। किस्मत ने पहली बार में उन्हें प्रीलिम्स में पास करा दिया लेकिन, वो मेन्स में अटक गये। फिर बाकी तीन बार वो इंटरव्यू तक पहुंचकर बाहर हो गये। फिर साल 2017 में उन्होंने 454 रैंक हासिल की।
Harpreet Singh, IAS (Rank 19, UPSC CSE 2018) in Chanakya IAS Mock Interview
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— Chanakya IAS Academy (@iaschanakya) December 9, 2019
TI alum Harpreet Singh brings laurels. Ranks 19th in the #UPSC Civil Services Exam 2018.#ThaparInstitute #ThaparEdu pic.twitter.com/qWUiZABvrk
— Thapar Institute of Engineering & Technology (@TIETofficial) April 9, 2019
इसके बाद उन्होंने इंडियन ट्रेड सर्विस ज्वाइन की। फिर साल 2018 में उन्होंने एक बार फिर सिविल सर्विस का एग्जाम दिया जिसका रिजल्ट साल 2019 में आया इसमें वो 19वीं रैंक पा चुके थे। हरमीत ने इस सफलता के बाद मीडिया से बातचीत करते हुये कहा था कि जब वो कोचिंग के लिये गये तो पहली ही बार में उन्होंने असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा क्वालीफाई कर ली। यहीं से उन्हें बीएसफ में पोस्टिंग मिल गई। उन्होंने यहां से बीएसएफ में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट वेस्ट बंगाल स्थित बांग्लादेश बॉर्डर में ज्वाइन कर लिया। अब पढ़ाई के लिये उन्होंने एक खास तरीका चुना था। ये तैयारी का तरीका उनका अपना इजाद किया हुआ है।
कॉलेज खत्म होने के बाद उन्हें आईबीएम कंपनी में नौकरी मिल गई थी। थोड़े ही दिन में उनका इस नौकरी से जी ऊब गया था। उन्हें इस नौकरी में बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था। यहीं से उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट आया था और वो यूपीएससी की तैयारी के लिए मन में ठान चुके थे। वो इसी साल तैयारी में जुट गये। बीएसफ में एक दौर था जब उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग से गुजरना था। ये ट्रेनिंग काफी मुश्किल होती है। ऐसे में उन्हें तैयारी का बहुत वक्त नहीं मिला। फिर उनकी सीधी पोस्टिंग पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश बॉर्डर पर हो गई।
अब यहां वो खाली वक्त में सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गए। लेकिन इतने कम वक्त में उनकी तैयारी का अलग तरीका ही उनके सबसे ज्यादा काम आया। नौकरी के साथ बार-बार एग्जाम दिये। इस दौरान मेरा ट्रेड सर्विस में सिलेक्शन हो गया था। उन्होंने कहा कि मेरी तैयारी में सबसे ज्यादा काम आये मेरे अपने बनाये नोट्स। वो बताते हैं कि मैंने नौकरी के साथ बार-बार एग्जाम दिये हैं। इस दौरान मेरा ट्रेड सर्विस में सिलेक्शन हो गया था।
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— Harpreet Singh, IAS (@harpreet_ias) May 29, 2020
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— Harpreet Singh, IAS (@harpreet_ias) August 29, 2018
तैयारी में सबसे ज्यादा काम आए मेरे अपने बनाए नोट्स। वो कहते हैं कि अगर कोई भी सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा है तो उसे अपने नोट्स बनाने में सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए। इससे यूपीएससी के साथ साथ कई दूसरे एग्जाम भी क्लीयर हो जाते हैं। साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी आसान हो जाती है।