New Delhi : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एकबार फिर साबित कर दिया है कि वे भारत के साथ मजबूती से खड़े हैं। उनकी ओर से कहा गया है – वह भारत और चीन के लोगों के लिए शांति बनाये रखने के लिये हर संभव प्रयास करना चाहते हैं। उनके प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। बीते कई हफ्तों से ट्रंप प्रशासन चीन के खिलाफ भारत के समर्थन में सामने आया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कायले मैकनी ने गुरुवार को प्रेस कान्फ्रेन्स में कहा- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं भारत और चीन के लोगों से प्यार करता हूं और लोगों के बीच शांति बनाये रखने के लिये हर कदम उठाना चाहता हूं।
Report: I love people of India and China, want to do everything possible to keep peace, says @realDonaldTrump.https://t.co/yMfkWGhfjI
— TIMES NOW (@TimesNow) July 17, 2020
कायले मैकनी पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ चीन के साथ गतिरोध पर भारत के लिए ट्रंप के संदेश पर एक सवाल का जवाब दे रही थी। इससे पहले व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो ने भारत को एक शानदार सहयोगी बताते हुये कहा – राष्ट्रपति ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे मित्र हैं।
बुधवार को माइक पोम्पिओ ने कहा – भारत अमेरिका का एक बड़ा साझेदार रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था- चीन के साथ सीमा पर टकराव समेत कई मुद्दों पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उनकी अक्सर बातचीत होती रहती है। पोम्पियो ने यहां संवाददाताओं से कहा, भारत एक बड़ा साझेदार है। वे हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी हैं। मेरे समकक्ष विदेश मंत्री के साथ मेरा बड़ा अच्छा संबंध है। विभिन्न मुद्दों पर हमारी अक्सर बातचीत होती है।
Addressing reporters at White House @larry_kudlow said: "People are losing trust in #China and #India becomes a big competitor. And if I'm not mistaken India has slashed its corporate tax rate.
"So it may be a very attractive investment place & India is a great ally of the #US." pic.twitter.com/zpWA60Rl6e
— IANS Tweets (@ians_india) July 17, 2020
व्हाइट हाउस के बयान का स्वागत करते हुये भारतीय अमेरिकी वित्त समिति के सह-अध्यक्ष अल मेसन ने कहा – राष्ट्रपति ट्रंप भारत के समर्थन में खुलकर सामने आये हैं। ज्यादातर भारतीय-अमेरिकियों ने देखा है कि पहले के राष्ट्रपति चाहे वह क्लिंटन हों, सीनियर और जूनियर बुश या ओबामा, भारत का खुला समर्थन करने और चीन को चोट पहुंचाने से डरते थे। केवल राष्ट्रपति ट्रंप ने यह कहने का साहस किया है कि मुझे भारत से प्यार है। अमेरिका भारत का सम्मान करता है। अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।