New Delhi : अमेरिका में एक भारतीय महिला ने इतिहास रच दिया है। सेकंड लेफ्टिनेंट अनमोल नारंग ने वेस्ट प्वाइंट स्थित अमेरिकी सैन्य अकादमी से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने वाली पहली सिख महिला बनकर आज इतिहास रच दिया। नारंग का जन्म अमेरिका में हुआ है। जॉर्जिया के रोजवेल में नारंग की परवरिश हुई। उन्होंने जॉर्जिया प्रौद्योगिकी संस्थान से स्नातक की पढ़ाई की और उसके बाद वेस्ट प्वाइंट गईं। यहां उन्होंने परमाणु इंजीनियरिंग में शनिवार 13 जून को स्नातक की डिग्री हासिल की।
Transcending Tradition.
Anmol Narang breaks a more than 200 year old barrier. 👏🏾👏🏾https://t.co/1scyPGmKz4— Syed Akbaruddin (@AkbaruddinIndia) June 13, 2020
न्यूयॉर्क स्थित एक एनजीओ सिख कोलिशन की एक विज्ञप्ति में नारंग ने कहा – मैं बहुत उत्साहित हूं कि वेस्ट प्वाइंट से स्नातक करने का मेरा ख्वाब पूरा हुआ। यह मेरे लिए गर्व की बात है। जॉर्जिया में मेरे समुदाय ने मुझमें जो भरोसा दिखाया और मुझे जो सहयोग दिया, वह मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं अभिभूत हूं कि इस लक्ष्य तक पहुंचकर मैं अन्य सिख अमेरिकियों को यह दिखा रही हूं कि किसी के लिये भी करियर में कोई भी रास्ता चुनना मुमकिन है। अधिकारियों ने बताया – नारंग ओकलाहोमा में बेसिक ऑफिसर लीडरशिप कोर्स पूरा करेंगी। इसके बाद उन्हें जनवरी में जापान के ओकीनावा में पहली तैनाती के लिए भेजा जायेगा।
Meet, 23-year-old, Anmol Kaur Narang, a newly minted second lieutenant, who is the FIRST observant Sikh to graduate from the United States Military Academy. pic.twitter.com/2ixJaa4H4X
— Harjinder Singh Kukreja (@SinghLions) June 13, 2020
अमेरिका जैसे खुले विचारों वाले देश में 218 साल बाद ऐसा होने जा रहा है। अमेरिकी सेना के इतिहास में 218 साल बाद ऐसा होने जा रहा है, जब कोई गैर-अमेरिकन महिला को इतना बड़ा पद मिला है। बीते लगभग 200 सालों में ऐसा देखने को नहीं मिला है। अनमोल नारंग ने अमेरिकी सेना के ऐतिहासिक बैरिकेडिंग को तोड़ दी है। न्यूयॉर्क टाइम्स रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना में 1925 के बाद रंगभेद का प्रभाव बढ़ गया था। सेना के अधिकतर अधिकारी रैंक का पद एक विशेष वर्ग को जाने लगा, जिसके कारण निचले स्तर पर भी उसी वर्ग का वर्चस्व बढ़ता गया। ऐसा लगभग एक सदी से चलता आ रहा है।
When Trump gives commencement speech at West Point, one of the new Army officers he will be addressing will be an Indian-American woman breaking a barrier as old as the 218-year-old military academy — first observant Sikh to graduate.
— Annie Karni (@anniekarni) June 13, 2020
बता दें कि अनमोल नारंग की रगों में एक सैनिक खून है। उनके दादाजी भारतीय सेना में जवान थे। इसलिए नारंग भी बचपन से ही दादाजी से प्रेरित थी। अनमोल ने दादाजी से प्रेरणा लेकर ही सैन्य क्षेत्र में कदम रखा। अनमोल ने बताया कि ये एक सपने का पूरा होने जैसा है। यह भी बहुत कम देखने को मिला है, जब किसी भारतीय सैनिक की संतान अमेरिकी सेना में किसी बड़े पद पर पहुंची हो।