New Delhi : पूरे देश में नगर निगम से बाहर यानी प्रखंड, अनुमंडल और छोटे कस्बे की सभी दुकानें खुलेंगी आज से क्योंकि केंद्र सरकार ने कोरोना आपदा की वजह से जारी लॉकडाउन में थोड़ी और राहत देने का निर्णय लिया है। वैसे यह राहत बहुत बड़ी मानी जा सकती है। गृह मंत्रालय ने शुक्रवार रात एक आदेश जारी कर शनिवार 25 अप्रैल की सुबह से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में रजिस्टर्ड सभी दुकानों को शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दे दी है। हालांकि शॉपिंग मॉल्स और शॉपिंग कॉम्प्लेंक्स अभी नहीं खुलेंगे। हालांकि यह छूट केवल उन्हीं दुकानों को हैं जो नगर निगमों की सीमा में नहीं आते हैं। यानी गांव, प्रखंड, अनुमंडल और छोटे कस्बों में चलने वाली सभी तरह की दुकानों को आज से खोला जा सकेगा।
MHA orders to exempt all shops under Shops&Establishment Act of States/UTs, including shops in residential complexes and market complexes, except shops in multi-brand & single-brand malls, outside limits of Municipal Corporations from revised consolidated lockdown restrictions. pic.twitter.com/sDHUAszJTZ
— ANI (@ANI) April 24, 2020
गृह मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि बाजार और आवासीय परिसरों की वे जरूरी और गैर जरूरी सामानों की दुकानें जो रजिस्टर्ड हैं, वे शर्तों के साथ खुल सकेंगी। इन दुकानों में अधिकतम 50 पर्सेंट स्टाफ को ही काम करने की छूट है। साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन करना होगा। दुकान में काम करने वालों को मास्क भी लगाना पड़ेगा। हालांकि अभी शॉपिग कॉम्प्लेक्स और मॉल इत्यादि को खोले जाने की इजाजत नहीं दी गई है। उम्मीद की जा रही है कि देश में कल से व्यावसायिक गतिविधियां कुछ रफ्तार पकड़ सकेंगी। यह आदेश शुक्रवार को सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को भेज दिया गया है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने एक आदेश में कहा कि नगर निगमों के दायरे और उसके पड़ोस में स्थित सभी एकल दुकानों को बंद के दौरान खोले जाने की अनुमति होगी। हालांकि, नगर निगम के दायरे में स्थित बाजार वाले स्थानों की दुकानें तीन मई तक बंद रहेंगी। यह छूट संक्रमण के अति प्रभावित इलाकों में नहीं दी गई है।
इधर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया – बीते 14 दिन में 80 जिलों में कोई नया केस सामने नहीं आया। 15 ऐसे जिले भी हैं जहां पिछले 28 दिनों से संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। लॉकडाउन के चलते संक्रमितों की संक्रमण के फैलने की रफ्तार भी कम हुई है। अब हर दस दिन में संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो रही है। ठीक होने की दर यानी रिकवरी रेट 20.57% हुआ है।
अग्रवाल ने कहा कि अब देश के लोगों ने अपना व्यवहार बदला है। हर गांव-कस्बे में लोगों की सोच है कि इस महामारी को हराना है। लोगों की भागीदारी हमारी उपलब्धि है। अभी और अंतर आने की उम्मीद है। अपने जीवन को सामान्य रखते हुए इस महामारी से कैसे बचना है, इसकी रणनीति बनाई जा रही है। पिछले 24 घंटे में 1684 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इसके साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 23,077 हो गई। किसी भी बीमारी की तरह यह भी एक बीमारी है। इससे जुड़ा किसी भी प्रकार का सामाजिक कलंक खत्म किया जाना चाहिए। इसके लिए हम लोगों में जागरूकता लाने की हम कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों से ही फैलने से रोका जा सकता है। देश में 9 लाख 45 हजार लोग सर्विलांस में हैं।