New Delhi : लोगों के लिये कुछ करना। लोगों की मदद करना। अपने आप में एक ऐसा पुण्य हैं जिसे हासिल तो सब करना चाहते हैं लेकिन कर नहीं पाते। कुछ लोग तो जिंदगी भर इस सुकून की तलाश में इधर उधर भटकते हैं। कितने लोग सालों साल सुकून हासिल करने के लिये नौकरी करते हुये ही घुटते रहते हैं। हिम्मत नहीं कर पाते आगे बढ़ कर कुछ कर पाने की क्योंकि उन्हें डर सताता रहता है कि क्या होगा मेरा, मेरे परिवार का। लेकिन पश्चिम विहार में रहने वाली सारिता कश्यप की कहानी ही कुछ और है। वे खाना बेचती नहीं, परोसती हैं।
ये हैं पश्चिम विहार दिल्ली की सरिता कश्यप.
पिछले 20 साल से ये अपनी स्कूटी पर ‘राजमा-चावल’ का स्टाल लगाती हैं.अगर आपके पास पैसे नहीं हैं तो भी आपको ये भूखा नहीं जाने देंगी. खाली समय मे बच्चों को पढ़ाती भी हैं.
(सौजन्य) pic.twitter.com/fjDHLzltmw
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) September 26, 2020
Second video on Sarita Kashyap ji.
The Lady who sell food in delhi on scooty.
She is a single mother and handling everything like a iron lady.
She has given a call to share.
Let just connect with people and listen to them.
Watch and RT.#हर_हर_महादेवhttps://t.co/tAIpcVH9zy— Sᴍᴏᴋʏ :xD (@SmokersMafia) July 20, 2020
Inspirational Story of Sarita Kashyap, a lady running a small business of Rajma Chawal, only source to earn her livelihood and also side by side feeding free of cost to poor children and love smile on their faces … She always welcomes her customers with a pleasant smile😊 pic.twitter.com/wHGAxeh0u1
— H S Sodhi (@HSSodhi11) April 5, 2020
जी हां नई दिल्ली के पश्चिम विहार में रहनेवाली सरिता कश्यप चाहती हैं कि उनके इलाके में कोई भूखा नहीं सोये। उनका फलसफा है – राजमा चावल खाओ, पैसे हैं तो दो, नहीं हैं तो मत दो, कम पैसे हैं तो कम ही दो मगर पैसे न होने या कम होने की वजह से भूखे मत रहो। उनके इस नेक काम को हर जगह से सराहना मिल रही है। पिछले बीस साल से ये सिलसिला अनवरत चल रहा है और भगवान का करम देखिये कि उनकी झोली कभी खाली नहीं हुई। आईएएएस अफसर अवनीश शरण ने पिछले दिनों ट्वीट किया – ये हैं पश्चिम विहार दिल्ली की सरिता कश्यप। पिछले 20 साल से ये अपनी स्कूटी पर ‘राजमा-चावल’ का स्टाल लगाती हैं। अगर आपके पास पैसे नहीं हैं तो भी आपको ये भूखा नहीं जाने देंगी। खाली समय मे बच्चों को पढ़ाती भी हैं।
सरिता सिंगल मॉम हैं। उनकी बेटी पढ़ाई करती हैं। वे रोज स्कूटी में राजमा चावल का स्टॉल लगाती हैं। कहती हैं- एक दिन राजमा चावल बनाकर स्कूटी पर लादे और पीरागढ़ी बेचने चली गई। पहले सोचा कोई खरीदकर खायेगा तो ठीक है वरना वापस लौट आउंगी। पर पहले दिन ही लोगों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला। लोगों ने पैसे देकर खाये भी और पैक कराकर घर भी ले गये। उनका बिजनेस पहले दिन से ही चलने लगा।
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There are do-gooders all around us and Sarita Kashyap is one such example. Meet the woman who is making the world a brighter place for the under-privileged.
For her efforts, @DairyMilkIn says a big thank you! #SayThankYou
Know more: https://t.co/mfJK7fJ2KV pic.twitter.com/CHb4FEvBnk
— Hindustan Times (@htTweets) July 22, 2020
Inspiring story of Sarita Kashyap, who with her makeshift food stall – Apna Pann Rajma Chawal in Peera Garhi, West Delhi, feed scores of hungry street children, ragpickers, and homeless people every day.🌹https://t.co/nRuP0X6382
— Nived Nambiar (@NivedNambiar8) August 5, 2020
उन्होंने आसपास के गरीब लोगों को देखते हुये यह व्यवस्था कर दी कि अगर पैसे हों तभी देना पर राजमा चावल जरूर खाना। वे इलाके के गरीब बच्चों के लिये स्कूल की ड्रेस, किताबें और जूते भी खरीदने लगीं और समाज सेवा से जुड़ गईं।