New Delhi : सुशांत सिंह राजपूत का केस अब अपनी मुकाम की ओर है। कम से कम आम लोगों को ऐसा एहसास तो हो रहा है कि अब सुशांत और उसके परिजनों के साथ न्याय होगा। देश के लाखों लोगों को यह मामला केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को सौंपे जाने के आदेश से बहुत तसल्ली मिली। सुकून मिला न्याय मिल जाने का। आज 6 अगस्त को इस तसल्ली को परवाज भी मिल गये जब सीबीआई ने सुशांत प्रकरण में छह आरोपियों समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया।
After getting the notification from Government of India, CBI is in the process of registration of the case. We are also in touch with Bihar Police: Central Bureau of Investigation on #SushantSinghRajputCase pic.twitter.com/tfSStXyVcQ
— ANI (@ANI) August 6, 2020
सीबीआई ने इस प्रकरण की जांच उन अधिकारियों को सौंपी है, जिन्होंने आसमान में उड़ते शराब कारोबारी विजय माल्या को धरती पर ला पटका। सीबीआई की विशेष जांच दल जा वर्तमान में अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले और विजय माल्या बैंक फर्जीवाड़ा केस की जांच कर रही है, वह एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच करेगी। सीबीआई ने कहा- भारत सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन के बाद सुशांत मामले में सीबीआई केस दर्ज करने की प्रक्रिया में है। हम इसको लेकर बिहार पुलिस के संपर्क में भी हैं। सीबीआई अधिकारियों ने बताया – जल्द ही एफआईआर को एजेंसी की कॉपी वेबसाइट पर अपलोड कर दी जायेगी।
बहरहाल महाराष्ट्र सरकार ने केस को सीबीआई को दिये जाने का विरोध करते हुये दावा किया कि ऐसा बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव समेत अन्य राजनीतिक कारणों के चलते किया जा रहा है। बिहार सरकार की तरफ से सीबीआई जांच की मांग के एक दिन बाद केन्द्र सरकार ने बुधवार की शाम को एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से कहा कि वह बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच करे।
It seems that SSR wanted to reveal the truth to the World about the murder and rape of Disha Salian.
First she was murdered and then SSR.#DishaAndSSRHomicide
— Gaurav Goel (@goelgauravbjp) August 6, 2020
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाला से बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने से पहले एजेंसी को बिहार पुलिस से कुछ और सूचना की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक नूपुर प्रसाद के नेतृत्व में विशेष जांच दल इसकी जांच करेगा और इसकी निगरानी डीआईजी गगनदीप गंभीर और संयुक्त निदेशक मनोज शशिधर करेंगे। दोनों गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं।