New Delhi : अयोध्या में श्रीराम मंदिर की नींव जल्द ही पड़ेगी। मंदिर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हां का इंतजार है क्योंकि वही इसी मंदिर की नींव रखेंगे। वैसे इसके निर्माण का शुरुआती कामकाज हो रहा है। श्रीराम मंदिन का निर्माण श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा शुरू किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहमति के साथ ही तारीख को अंतिम रूप देने के लिये अयोध्या में बैठक हुई है। ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री को आमंत्रण भेजा है। अगली बैठक में मंदिर निर्माण की शुरुआत की तारीख को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
श्री कनक भवन बिहारिणी बिहारी जू, श्री कनक भवन अयोध्या धाम के आज 17-07-2020 के अद्भुत एवं अलौकिक दर्शन.. श्री कनक बिहारी जी भगवान की कृपा आप सभी पर बनी रहे.. ऐसी मंगल कामना…!!! pic.twitter.com/yUlrsjJTlQ
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra, Ayodhya (@ShriRamTeerth_) July 17, 2020
तारीख तय करने को लेकर होने वाली बैठक में मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा भी उपस्थित होंगे। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के हिसाब से दी गई तारीख के बारे में अवगत करायेंगे। श्रीराम मंदिर निर्माण शुरू होने के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहेंगे। निर्माण अगस्त में शुरू होने की संभावना है।
मंदिर निर्माण समारोह को कई केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और अन्य महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्तियों के साथ मनाया जाना था, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से सूची में सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ कुछ मंत्रियों और क्षेत्र के सांसदों के शामिल होने की संभावना है।
मंदिर निर्माण शुरू करने के लिये गर्भगृह में भूमि पूजन किया जायेगा। यह मंदिर निर्माण की औपचारिक शुरुआत है, जिसके लिए निमंत्रण भेजे गये हैं। भगवान राम की जन्मभूमि पर एक भव्य राम मंदिर का निर्माण भारतीय जनता पार्टी के लिए एक मुद्दा बन गया है, क्योंकि यह दो दशकों से पार्टी के घोषणापत्र में है। रामजन्मभूमि ट्रस्ट का गठन केंद्र सरकार ने पिछले साल 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद किया था।