New Delhi : एयर इंडिया ने अपने कुछ कर्मचारियों को छह महीने से लेकर पांच साल तक जबरन छुट्टी पर भेजने का निर्णय लिया है। कंपनी ने सोमवार को जारी आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी है। इस दौरान छुट्टी पर भेजे गये कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जायेगा। इसे एक तरह से छंटनी ही माना जायेगा, क्योंकि कोई भी आम कर्मचारी बिना वेतन के इतने दिनों तक तो गुजारा नहीं कर सकता है। अलबत्ता सरकार अभी तक सबसे अनुरोध कर रही थी कि वे कर्मचारियों को नौकरी से न निकालें और सरकारी कंपनी में ही यह शुरू हो गया। यह बेहद दुखद समाचार है।
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— NDTV (@ndtv) July 15, 2020
आधिकारिक आदेश में कहा गया है- यह योजना बिना वेतन और स्थायी कर्मचारियों के लिये भत्ते के अनुदान के लिये शुरू की जा रही है। इसमें कर्मचारी छह महीने से लेकर पांच साल की अवधि तक के लिए छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं। यह योजना कंपनी के स्थायी कर्मचारियों के लिये लागू होगी। सात जुलाई, 2020 को संपन्न हुई बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 102वीं बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई। कर्मचारी 6 माह से दो साल अवैतनिक छुट्टी ले सकता है। छुट्टी को बढ़ाकर 5 साल किया जा सकता है।
.@airindiain has been impacted severely, due to travel restrictions imposed in #India, and will now send certain employees on leave without pay for up to 5 years. Discuss ⬇️✍️#AirIndia #Aviation #AviationSector https://t.co/owcopfuBjz
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इस आदेश के जरिये एयर इंडिया के सीएमडी को यह अधिकार दिया गया है कि वे किसको छुट्टी पर भेजते हैं। सीएमडी छुट्टी के अवधि का निर्धारण भी कर सकते हैं यानी छंटनी करने की सारी ताकत सीएमडी में निहित की गई है। सीएमडी कर्मचारियों को अवैतनिक छुट्टी पर भेजने का निर्णय कर्मचारी की दक्षता, क्षमता, प्रदर्शन, स्वास्थ्य, अतीत में ड्यूटी के लिये कर्मचारी की अनुपलब्धता आदि पर करेंगे। ऐसा आदेश में कहा गया है।