New Delhi : धोनी ने अपने बचपन के दोस्त और झारखंड के पूर्व खिलाड़ी संतोष लाल से एक शॉट सीखा। धोनी ने अपने दोस्त से शुरुआती दौर में इस शॉट को खेलना सीखा और फिर बड़े स्तर पर इसका इस्तेमाल शुरू किया और देखते-देखते इसे अपना ट्रेडमार्क शॉट बना गये। जी हां हम बात कर रहे हैं हेलीकॉप्टर शॉट की। हेलीकॉप्टर शॉट आज भी उनके बल्ले से निकलने वाला दर्शकों का पसंदीदा शॉट है। देखने में यह जितना आसान है, खेलने में यह उतना ही मुश्किल। यही कारण है कि इस शॉट को आज भी सिर्फ धोनी ही बेहद आसानी और सटीकता से लगा पाते हैं।
SMART CAPTAINCY…
SWIFT STUMPING…
LAST BALL SIX…
LATE MOMENT PERFECT FINISH…
HELICOPTER SHOT..
FAST RUNNING…
WINNING SIX…
ICC TROPHIES…
IPL N CSK…
DRS…
NO.7
IF YOU HEAR THIS ,ONLY ONE NAME COMES TO YOUR MIND "MS DHONI"❤️#HappyBirthdayDhoni LEGEND pic.twitter.com/wZyijQmpb4— Dhruv Tambekar (@DTambekar) July 6, 2020
भले ही हेलीकॉप्टर शॉट धोनी की वजह से मशहूर हुआ और उनके नाम के साथ जुड़ा, लेकिन उनसे पहले दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने भी एक मैच में इस शॉट को लगाया था। हालांकि सचिन और धोनी के शॉट में तकनीक और ताकत का फर्क था। दरअसल सचिन ने 2002 में ऐसे ही एक शॉट को इंग्लैंड के खिलाफ चेस्टर-ले-स्ट्रीट, डरहम में वन-डे मैच के दौरान खेला था।
धोनी का यह शॉट पहली बार 2006 में गोवा में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच के दौरान देखने को मिला था। धोनी ने इसे स्टैंड की तरफ उठाकर खेला था। इसके बाद अंग्रेजी के महान ऑलराउंडर इयान बॉथम ने चकित होकर रेडियो पर कहा: बस इस शॉट में बैक-लिफ्ट और फॉलो-थ्रू देखें! निश्चित तौर पर नहीं मालूम कि उसने वहां क्या किया, लेकिन यह बहुत प्रभावी था, लगभग अपने पैरों के दम पर घूम गया।
धोनी का यह शॉट पहली बार 2006 में गोवा में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच के दौरान देखने को मिला था। धोनी ने इसे स्टैंड की तरफ उठाकर खेला था। इसके बाद अंग्रेजी के महान ऑलराउंडर इयान बॉथम ने चकित होकर रेडियो पर कहा: बस इस शॉट में बैक-लिफ्ट और फॉलो-थ्रू देखें! निश्चित तौर पर नहीं मालूम कि उसने वहां क्या किया, लेकिन यह बहुत प्रभावी था, लगभग अपने पैरों के दम पर घूम गया।
बहरहाल लंबे वक्त से चर्चा चल रही है कि धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया है। आईपीएल के टलने से पहले धोनी इसकी तैयारियों में जुटे थे। माना जा रहा था कि यह लीग धोनी के लिए एक बार फिर से भारतीय टीम का दरवाजा खोलेगी। धोनी कब-क्या फैसला लेंगे ये शायद उनके अलावा कोई और नहीं जानता, जैसे वो मैदान में भी अपने फैसलों से सभी को चौंका देते थे। आईसीसी के सभी टूर्नामेंट जीतने वाले एमएस दुनिया के इकलौते कप्तान हैं। टी-20 विश्व कप, वन-डे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब उनकी झोली में शामिल हैं।