New Delhi : भारत सरकार की तरफ से 59 चीनी मोबाइल ऐप को बैन कर दिया गया है। अब केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा – देश के अंदर हाईवे प्रोजेक्ट्स में चीन की कंपनियों को बैन किया जायेगा और वे हाईवे प्रोजेक्ट्स में साझीदार भी नहीं हो पायेंगी। चीन कंपनियों पर बैन को लेकर जल्द नीति लायेंगे। एमएसएमई में भी चीनी कंपनियों को प्राथमिकता नहीं देंगे।
हाइवे प्रॉजेक्ट्स में चीनी कंपनियों को हिस्सा लेने की अनुमति नहीं देगा भारत: केंद्रीय मंत्री @nitin_gadkari pic.twitter.com/tBz5H4samk
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) July 1, 2020
गडकरी ने कहा – सरकार इस बात को सुनिश्चित करेगी कि चीनी निवेशक कई अन्य सेक्टर्स जैसे- लघु, छोटे और मध्य उद्यमों में प्रवेश न कर पायें। भारत चीन के बीच लद्दाख में हुए विवाद में पिछले महीने 20 भारतीय सेना के शहीद होने के बाद केन्द्रीय मंत्री का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा – वर्तमान में कुछ परियोजनाएँ जो बहुत पहले शुरू की गई थीं उनमें कुछ चीनी साझेदार शामिल थे। नया निर्णय वर्तमान और भविष्य की निविदाओं में लागू किया जायेगा। गडकरी ने कहा – प्रौद्योगिकी, अनुसंधान, परामर्श और अन्य कार्यों के उन्नयन के लिए, हम एमएसएमई में विदेशी निवेश और संयुक्त उद्यमों को प्रोत्साहित करेंगे, लेकिन चीन मामले में हम उनको तवज्जो नहीं देंगे।
मंत्री ने कहा – भारतीय बंदरगाहों पर ‘माल की कोई मनमानी रोक नहीं है’ और सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एमएसएमई और व्यवसायों की मदद के लिए कई तरह की पहल और सुधार शुरू कर रही है।
India will not allow Chinese companies to participate in highway projects, including those through joint ventures: Union Minister Nitin Gadkari
— Press Trust of India (@PTI_News) July 1, 2020
मंत्री ने कहा- यह एक अच्छा कदम है। चीन से आयात को हतोत्साहित किया जायेगा और देश आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम उठायेगा। उन्होंने कहा कि वह ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सबसे मजबूत समर्थकों में से हैं।