New Delhi : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें भारतीय सेना युद्धभ्यास कर रही है। यह चीन की भाषा में चीन को जवाब है। चीन ने 7 जून को युद्धाभ्यास का वीडियो जारी किया था। और एक तरह से भारत को धमकाने की कोशिश की थी। आज भारत के केंद्रीय राज्य मंत्री ने यह वीडियो जारी कर चीन को ज्ञान दिया। डिफेन्डर्स ऑफ लद्दाख के टाइटल नेम से जारी इस वीडियो को देखकर किसी भी भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जायेगा। इसमें थल सेना के प्रशिक्षण के साथ-साथ वायुसेना का अभ्यास भी दिखाया गया है। टैंकरों और नाइट विजन को भी चेक किया गया है कि सब सही निशाने पर हैं या नहीं।
This inspiring and breathtaking video of Indian Army (@adgpi), who are securing our borders in the northern part of Ladakh is a must watch. pic.twitter.com/1le8vltPXS
— G Kishan Reddy (@kishanreddybjp) June 8, 2020
इधर आज चीन ने फिर अपने रुख में नर्मी दिखाई है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुवा चुनिंग ने कहा है – चीन और भारत ने सीमा विवाद पर कमांडर-स्तरीय वार्ता की, जिसमें दोनों पक्ष स्थिति को आगे बढ़ाने और एक साथ सीमा पर शांति और स्थिरता बनाये रखने के लिए आम सहमति पर पहुंचे हैं। इससे पहले चीन के सरकारी अखबार ने लिखा – भारत और चीन के अफसरों की आपसी बातचीत के बाद माहौल शांत है लेकिन इस शांति को बरकरार रखने के लिये कुछ ठोस पहल करने और ठोस पहल पर निर्णय लेने का वक्त आ गया है।
इससे पहले रविवार को जब भारतीय विदेश विभाग ने सीमा पार हुई बातचीत के बाद शांति बहाली की बात की थी तो चीन ने आर्मी के युद्धाभ्यास का वीडियो जारी किया था। भारत पर दबाव बनाने के लिये इस युद्धाभ्यास का प्रसारण अपने टीवी चैनल पर भी कर रहा है। यही नहीं चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा है – भारत से तनाव की स्थिति को देखते हुये युद्धाभ्यास शुरू किया गया है।
On Saturday, #China and #India held commander-level talks over the border dispute in which the two sides reached a consensus not to escalate the situation further, and maintain peace and stability along the border together: FM spokesperson Hua Chunying https://t.co/5yOjS8yLz0 pic.twitter.com/WP2Z2kTfJi
— Global Times (@globaltimesnews) June 8, 2020
चीन ने जरूरी जमीनी युद्धाभ्यास के साथ ही एयरफोर्स की ताकत को भी परखना शुरू किया है। यही नहीं चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स भारत के अमेरिका के G-7 में शामिल किये जाने के अमेरिका के फैसले पर फिर से तंज किया है। लिखा है – भारत के रणनीतिक और नीति-निर्धारक मंडल एक छोटे समूह के हाथों में है जो चीन के प्रति नकारात्मक विचारों से भरे परे हैं। चीन के उदय और बीजिंग और नई दिल्ली के बीच बढ़ती ताकत के अंतर के साथ, चीन के प्रति भारत की चिंताएं भी बढ़ गई हैं।