New Delhi : कोरोना से जूझ रही दिल्ली के लिये चिंताजनक खबर है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत खराब हो गई है। उन्हें रविवार से हल्का बुखार और गले में खराश है। कोरोना वायरस के रिस्क को देखते हुए कल उनका टेस्ट कराया जायेगा। सोमवार की उनकी सारी मीटिंग्स कैंसिल कर दी गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, केजरीवाल ने कल दिल्ली में कोरोना की स्थिति की जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसके बाद उनकी तबीयत थोड़ी गड़बड़ हुई। ऐहतियातन उन्होंने खुद को होम आइसोलेशन में रखा है।
#WATCH …If Centre would've stopped (intn'l) flights in time, situation could've been better.Given the cases, hospitals are needed for Delhites.Neighboring states say they have less cases so it shouldn't be issue: Delhi Health Min on criticism of reserving hospital for residents pic.twitter.com/VIZ94sORBQ
— ANI (@ANI) June 8, 2020
AAP सरकार ने दिल्ली में एसिम्प्टोमेटिक और प्री-सिम्प्टोमेटिक केसेज के कोरोना टेस्ट पर रोक लगा रखी है। सिर्फ लक्षण वाले संदिग्धों का टेस्ट होता है। कोरोना के लक्षण में बुखार आना और गले में शिकायत सबसे पहले लक्षणों में एक है। यही लक्षण केजरीवाल में अभी फिलहाल शुरुआती तौर पर दिख रहे हैं। हालांकि बीमारी के लक्षण के बाद खुद उन्होंने अपने को आइसोलेट कर लिया है। अब कोरोना टेस्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि यह सामान्य बुखार है या कोरोना से जुड़ा है। हालांकि फिलहाल डॉक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य का ख्याल रख रही है।
Despite being severely diabetic, our CM @arvindkejriwal ji has led the corona battle from the front and has been constantly on the ground. Really hope & pray that his corona report is negative & he remains fit & healthy! His leadership is indispensable. 🙏🏽🙏🏽🙏🏽 https://t.co/lbmtl80gkw
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) June 8, 2020
कोरोना और सीमा विवाद को लेकर पिछले कुछ दिनों से केजरीवाल सुर्खियों में हैं। दिल्ली के बॉर्डर खोलने और कोरोना के बेड को लेकर हो उठ रहे विवाद के बाद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा फैसला लिया था, जिसमें यह कहा था कि बाहरी मरीजों का इलाज अब राज्य सरकार के अस्पतालों में नहीं होगा। दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। अभी तक राजधानी में 28936 कोरोना के मरीज मिल चुके हैं।