New Delhi : चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने कहा – रियाज नायकू कोई रैंबो नहीं था। न तो हीरो था और न वो हीरो हो सकता है। ये लोग अपनी ऐसी छवि पेश करते हैं जैसे ये आम लोगों के लिये लड़ रहे हों और खुद का प्रोपेगेंडा करते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुद से जोड़ सकें। हम ऐसे लोगों की असल तस्वीर लोगों से छिपने नहीं देंगे। सुरक्षाबलों की यह प्राथमिकता है कि वे रियाज नायकू जैसे लोगों को समाप्त करें। शीर्ष नेतृत्व को समाप्त करना जरूरी है ताकि पोस्टर ब्वॉय बनाने की प्रोपेगेंडा वार को रोका जा सके।
Terror apologist lynch mob attacks security forces in Pulwama of South Kashmir minutes after coward Hizbul terrorist Riyaz Naikoo was shot dead. Look at the violence staged by Pakistani puppets. Some expect forces to garland and shower flower petals at this mob. #StandWithForces pic.twitter.com/VdharAqvie
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 6, 2020
भारतीय सुरक्षा बल के सफल ऑपरेशन के बाद बिपिन रावत ने ये बात कही जो वाकई बेहद मायने रखती है। उन्होंने कहा – इसके बाद इस तरह की संगठनों की भर्ती में कमी आयेगी। सशस्त्र बल की प्राथमिकता इनके नेतृत्व को बेअसर करना है। वे हीरो नहीं हैं, वे कुछ नहीं हैं।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को सुरक्षाबलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्रशंसा की। बीते 8 साल से कमांडर रियाल नायकू की तलाश की जा रही थी। बुधवार को 5 घंटे से ज्यादा देर के अभियान के बाद उसकी स्टोरी का इंड हुआ। उस पर 12 लाख रुपए का इनाम था। कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा – रियाज़ नायकू 8 वर्ष पुराना कमांडर था। हर एक दो-महीने में वीडियो जारी करता था और लोगों को भड़काता था। उसमें लोगों को प्रभावित करने की पॉवर थी। उसके बाद भर्ती में कमी आयेगी। कश्मीर में सुरक्षा बल इस वर्ष जनवरी से अब तक हम 27 ऑपरेशन कर चुकी है।
1 Hizbul Mujahideen over ground worker has been arrested in Doda district of Jammu. He has been identified as Raqib Alam. A pistol and a wireless have been recovered from village Shiva upon his disclosure: Jammu and Kashmir Police pic.twitter.com/1YJQ06R4Yr
— ANI (@ANI) May 7, 2020
जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि बहुत से लोग रियाज़ नायकू के हाथों सताये हुये थे। वो अब चैन की सांस लेंगे। दर्जनों मिसालें हैं जहां इसने लोगों को बेघर किया। पाकिस्तान स्पॉन्सर लश्कर-ए-तैयबा या हिजबुल मुजाहिदीन का एक ही मकसद है यहां के लोगों को नुकसान पहुंचाना और शांति खराब करना। वहीं हमारा फर्ज़ है लोगों की जान के साथ-साथ अपनी जान की हिफाज़त करना।