सोनाक्षी ने कहा – ये कई महीने पहले हुआ, लेकिन बहुत बुरा लगता है जब लोग अभी भी ट्रोल करते हैं

New Delhi : बॉलीवुड एक्ट्रेस और शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा की लाडली सोनाक्षी सिन्हा अपने रामायण प्रकरण को लेकर बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा कि ये कितनी पुरानी बात हो गई लेकिन लोग बात का बतंगड़ बना रहे हैं। इतने महीने के बाद भी जब लोग मुझे केबीसी में पूछे गये एक सवाल के लिये ट्रोल करते हैं तो बहुत दुख होता है। मुझे उस एपीसोड का दुख है। मुझे अफसोस होता है कि मैं ऐसे सामान्य और धार्मिक महत्व के सवाल पर ब्लैंक कैसे हो गई। लेकिन मुझसे गलती हो गई। जरूरी नहीं कि जब तब लोग मुंह उठाकर आयें और उस सवाल को लेकर मेरी टोलिंग शुरू कर दें।

सोनाक्षी सिन्हा ने हाल ही में आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक एवं आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर जी से बातचीत के दौरान इस मसले पर डिटेज से बात की। सोनाक्षी ने इस दौरान केबीसी में उनसे पूछे गए संजीवनी बूटी के सवाल वाले मामले पर बताया कि अभी भी ट्रोल होने से वह बहुत दुखी हैं। उन्होंने कहा – मैंने रूमा देवी के साथ केबीसी में हिस्सा लिया था। हमसे इस दौरान संजीवनी बूटी को लेकर सवाल किया गया। उस वक्त मैं और रूमा दोनों ही ब्लैंक हो गये थे। हां, मुझे पता है कि ये बहुत ही शर्मनाक था क्योंकि हम बचपन से रामायण देखते आये हैं। लेकिन कभी-कभी ऐसा हो जाता है कि आपको अचानक सब याद नहीं आता।

सोनाक्षी ने कहा – ये सब कई महीने पहले हुआ था, लेकिन बहुत बुरा लगता है जब लोग अभी भी मुझे ट्रोल करते हैं

महाभारत के भीष्म पितामह मुकेश खन्ना ने भी एक इंटरव्यू में कहा था – रामायण और महाभारत के टीवी पर दोबारा दिखाये जाने से सोनाक्षी सिन्हा जैसे लोगों को मदद मिलेगी जो पौराणिक कथाओं के बारे में कुछ नहीं जानते। जिन्होंने पहले ये शोज नहीं देखे, उन्हें अब ये जरूर देखने चाहिये। यह सोनाक्षी जैसे लोगों के लिए मददगार होंगे, जिन्हें हमारी पौराणिक कथाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उनके जैसे लोगों को यह भी नहीं पता कि भगवान हनुमान किसके लिए संजीवनी लेकर आये थे।
शत्रुघ्न सिन्हा इससे काफी नाराज हुये। उन्होंने कहा – पता नहीं कुछ लोग कैसे धर्म के ठेकेदार बन जाते हैं और उन्हें धर्म का ठेका कौन देते हें। मुझे अपने तीनों बच्चों पर गर्व है। सोनाक्षी अपने आप में बड़ी स्टार है। मुझे उसका करियर बनाने में मदद नहीं करनी पड़ी। वह एक ऐसी बेटी है, जिस पर हर पिता को गर्व होगा। उसे किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं कि वह हिंदू है। मुझे लगता है कि वह अपने आप में सक्षम है।

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