New Delhi : कोरोना आपदा और लॉकडाउन की वजह से कहां तो नौकरियां जाने की आशंका थी लेकिन आशंका के विपरीत आईटी कंपनियों में नौकरी की बहार आनेवाली है। आईटी कंपनियों ने नई स्ट्रैटजी बनाई है। उन्हें पता चल गया है कि कोरोना और लॉकडाउन लंबा चलनेवाला है। लोग घरों से काम करेंगे और घरों में काम करेंगे। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी वर्क फ्रॉम होम करनेवालों की संख्या बढ़ जायेगी और ऐसे में आईटी सर्विसेज की डिमांड बढ़ जायेगी।
बहरहाल एक अच्छी खबर आई है। पिछले एक माह में टेक महिंद्रा, आईबीएम, ग्रोफर्स, बिगबास्केट, कैपजेमिनी, डेलॉयट, वॉलमार्ट लैब्स, गूगल और अमेजन समेत कई कंपनियों ने दो लाख से ज्यादा नौकरियों के लिए विज्ञापन भी दिये हैं। मानव संसाधन क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि अनिश्चित दौर में नियुक्ति प्रक्रिया थोड़ी धीमी हो जाती हैं पर आईटी, बैंकिंग, बीमा और ई-कॉमर्स में नियुक्ति प्रक्रिया तेज हो गई है। लॉकडाउन के हटने और कामकाज दोबारा शुरू होने पर नई नियुक्तियां सुनिश्चित करने के लिए नौकरियों के लिए आवेदन के विकल्प को खुला रखा गया है।
आशंका थी कि आईटी क्षेत्र में नौकरियां तेजी से घटेंगी। इसके उलट पिछले एक माह में जिन नौकरियों के लिए विज्ञापन दिए गए हैं उनमें 79 फीसदी आईटी क्षेत्रों से हैं। लॉकडाउन में घर से काम करने की वजह से डिजिटल क्षेत्र में अवसर काफी तेजी से बढ़े हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन में गेमिंग, और ई-लर्निंग की मांग बढ़ी है। इसके मद्देनजर इन क्षेत्रों से जुड़ी कंपनियां बड़ी संख्या में नियुक्तियां कर रही हैं। 15 फीसदी बैंकिग, बीमा और ई कामर्स क्षेत्र में, 79 फीसदी से ज्यादा नौकरियां आईटी क्षेत्र में निकलीं हैं। इसके अलावा 90 फीसदी पूर्णकालिक नौकरियों की पेशकश की गई है जबकि 80 हजार नौकरियां शुरूआती स्तर पर यानी नए लोगों के लिये है।
लॉकडाउन में ई-कॉमर्स कंपनियां जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति में बड़ी मददगार बनकर उभरी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौके को ई-कॉमर्स कंपनियां अपना कारोबार बढ़ाने के लिए भी उपयोग कर रही हैं। इसकी वजह से आईटी के बाद सबसे अधिक मांग ई-कॉमर्स क्षेत्र में बढ़ी है। टाटा कंस्लटेंसी सर्विस (TCS) ने इस साल लगभग 40,000 नई नौकरियां देना का निर्णय लिया है। कंपनी के एचआर प्रमुख मिलिंद लक्कड ने कहा – हम सभी 40,000 फ्रेश ग्रेजुएट्स को इस साल भर्ती के लिए ऑफर लेटर्स भी दे चुके हैं। लॉकडाउन के बाद उनके लिए कोई खतरा नहीं है। कंपनी आने वाले समय में सभी को नौकरी में रखेगी।
देश में सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में से एक टाटा कंस्लटेंसी सर्विस (TCS) ने घोषणा की है कि मौजूदा 4.5 लाख इंप्लाइज में से किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी। कंपनी ने कहा है कि अगर आर्थिक और वैश्विक मंदी आती भी है तो इसका हमारे कर्मचारियों की नौकरी पर कोई आंच नहीं आएगी। कंपनी ने साफ किया है कि इस साल सैलरी में बढ़ोतरी नहीं हो पाएगी।
विश्व बैंक और आईएमएफ तक ने अपने रिपोर्ट्स के आधार पर कहा है कि कोरोना आपदा और लॉकडाउन की वजह से दुनियाभर में वैश्विक मंदी आने वाली है। ये मंदी 2008 में आए मंदी से भी ज्यादा खतरनाक होने वाली है जिसमें लाखों लोगों की नौकरियां जा सकती है। ऐसे में TCS का फैसला वास्तव में देश के लिये बहुत बड़ी राहत है।