New Delhi : इंडियन रॉयल फैमिलीज अपनी शानौ-शौकत और अपने लाइफस्टाइल के लिए जानी जाती है। इस किंग साइज लाइफस्टाइल और लग्जरी से भरी लाइफ में कई डार्क सीक्रेट भी जुड़े हुए हैं। कोई अपनी 86 रानियों को लेकर एकसाथ सोता था तो कोई अपने बेडरूम में समलैंगिकों के साथ रहता था। किसी ने औरतों के लिये हरम बनवा रखा था। कहानियां ऐसे-ऐसे कि आप सुनकर दांतों तल उंगली दबा लें।
अब हैदराबाद के निजाम मीर उस्मान अली खान की ही लीजिये। दुनिया के सबसे अमीर लोगों की गिनती में गिने जाते थे। उनकी अमीरी का आलम यह था कि वह डायमंड का इस्तेमाल पेपर वेट के की तरह करते थे। ये डायमंड दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा डायमंड था। इस डायमंड का साइज ऑस्ट्रिच के अंडे जितना था। हैदराबाद के निजाम के पास तब करीब 2 अरब डॉलर थे। उनके बारे में कई सीक्रेट और किस्से फेमस है। जिनमें से सबसे फेमस है कि हैदराबाद के निजाम मीर उस्मान अली खान की 86 रानियां थीं और वे सबको लेकर एकसाथ सोते थे। इन रानियों से उनके 100 बच्चे थे। वह अपनी वाइव्स को पर्दे के अंदर रखते थे क्योंकि वह चाहते थे कि उन्हें कोई दूसरा न देखे। उन्हें वहां बेस्ट लग्जरी दी जाती थी। उन्होंने एक बार नेशनल डिफेंस फंड को 5 टन सोना दिया था।
ऐसा माना जाता है कि उनके पास आधा मील लंबा वार्डरोब था जिसमें सिल्क, ब्रोकेड और फाइन मसलिन से बने कपड़े थे। निजाम के 14,718 कर्मचारी थे और 3,000 अरबी बॉडीगार्ड थे। उनके महल के शैंण्डेलयर को साफ करने के लिए 38 लोगों का स्टॉफ था।
पटियाला के महाराज भूपिंदर सिंह 1900 से 1938 तक पटियाला के राजा रहे। वह देश के पहले ऐसे राजा थ जिनके पास एयरक्राफ्ट था, जो उन्होंने इंग्लैंड से खरीदा था। साल 1926 में उन्होंने जेम्स और ज्वैलरी और वर्ल्ड के सातवें सबसे बडे़ डायमंड को पर्सिया के ज्वैलर के पास भेजा और पटियाला का नेकलेस बनवाया। ये तब सबसे महंगा ज्वैलरी पीस था जिस्की कीमत 2.50 करोड़ डॉलर थी। साल 1922 में उन्होंने 1,400 पीस का डिनर सेट बनवाया जो सिर्फ गोल्ड और सिल्वर का बना हुआ था। उनकी दोस्ती हिटलर के साथ भी थी और हिटलर ने भूपिंदर सिंह को मेयबेच कार गिफ्ट की थी। पटियाला के महाराज भूपिंदर सिंह ने 350 औरतों का हरम बनाया था। वह उन औरतों को ब्युटिशियन, ज्वैलर्स, ड्रेसमेकर्स के अलावा फ्रांस और इंग्लैंड के प्लास्टिक सर्जन के जरिए और खूबसूरत बनाता था। वह महिलाओं को लेकर पागल थे। पटियाला के महाराज भूपिंदर के 88 बच्चे थे। उन बीवियों से उनके 88 बच्चे हुए जिनमें से 53 बच्चे ही सरवाइव कर पाए।
गुजरात के राजपिपला के महाराज के बेटे प्रिंस मानवेंद्र सिंह गोहिल इकलौते रॉयल है जिन्होंने ये माना कि वह गे हैं। हालांकि, बाद में उनके परिवार ने उन्हें अस्वीकार कर दिया। उन पर रॉयल फैमिली के मान-सम्मान को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। प्रिंस मानवेंद्र सिंह गोहिल महाराज रघुबीर सिंह की इकलौती संतान थे। उन्होंने शादी भी कि लेकिन एक साल उनका तलाक हो गया।
क्वीन अलामेलम्मा का श्राप वाडियार राजवंश ने मैसुर राज्य के राजा को मारकर जीता था। ऐसा माना जाता है कि मैसुर के राजा की रानी भाग गई थी लेकिन बाद में पकड़ी गई। उन्होंने वाडियार राजवंश को भविष्य में उत्तराधिकारी नहीं मिलने का श्राप देकर सुसाइइड कर लिया था। बाद में वाडियार राजवंश ने उस रानी की मूर्ति लगवाई और उसकी पूजा करने लगे। अभी तक वाडियार राजवंश उस रानी की मूर्ती की पूजा करता है।
जुनागढ़ के नवाब सर महाबेट खान रसुल खान महाराज के पास 800 कुत्ते थे। इन 800 कुत्तों के लिए अलग-अलग 800 कमरे और पर्सनल सर्वेंट थे। जब कुत्ते बीमार पड़ते थे, तो उन्हें ब्रिटिश जानवरों के अस्पताल ले जाया जाता था। अगर कोई कुत्ता मर जाता था, तो उसके लिए एक दिन का शोक रखा जाता था। जब उन्होंने अपने कुत्तों की शादी की उस पर 20 लाख रुपए खर्च किए। वह दिन स्टेट हॉलिडे भी बनाया गया।