New Delhi : दिल्ली, हरियाणा व पंजाब से माता वैष्णो देवी के दर्शनों को जाने वाले हजारों भक्तों के लिए एक खुशखबरी है। अब वेछह से आठ घंटे के अंदर ही सड़क मार्ग से कटरा पहुंच जाएंगे। इसके लिए कुंडली मानेसर पलवल (KMP) एक्सप्रेस से जम्मू के कटरातक 600 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस हाईवे बनाया जाएगा।
हरियाणा के झज्जर जिले में बहादुरगढ़–सोनीपत सीमा पर बसे गांव निलौठी के पास KMP से यह एक्सप्रेस वे शुरू होगा। दैनिकजागरण अख़बार मेल छपी रिपोर्ट के मुताबिक़ हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे की लंबाई करीब 135 किलोमीटर की रहेगी। इसके लिएसर्वे पूरा होने के बाद 1500 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मौके पर निशानदेही भी कर दी गई है। दिल्ली सेकटरा तक की दूरी को कम करने वाले इस एक्सप्रेस के लिए तीन–चार अलग–अलग रूट का सर्वे किया गया था लेकिन अब KMP सेसीधे कटरा तक का रूट फाइनल किया गया है।
झज्जर जिले के गांव निलौठी से शुरू होकर यह एक्सप्रेस वे सोनीपत, रोहतक, गोहाना, जींद, करनाल, कैथल से होता हुआ खनौरी बॉर्डरसे पंजाब की सीमा में प्रवेश करेगा। पंजाब के संगरूर जिले से अमृतसर और फिर कटरा तक इसका निर्माण कार्य किया जाएगा। KMP से कटरा तक इस एक्सप्रेस के निर्माण के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाई जा रही है। हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे केनिर्माण के लिए डीपीआर व अन्य कागजी प्रक्रिया के लिए एनएचएआइ की भिवानी स्थित प्रोजेक्ट इंपलीमेंट यूनिट को जिम्मेदारी दीगई है।
National Highway Authority of india (NHAI) की ओर से इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए करोड़ों रुपये का बजट रखा गयाहै। इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद जम्मू को सड़क मार्ग के जरिये नई दिल्ली तक बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इस एक्सप्रेस वे केनिर्माण में आने वाली बाधा मसलन फॉरेस्ट क्लीयरेंस जैसी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस वे को अमृतसर सेभी जोड़ा जाएगा, ताकि श्रद्धालु यहां स्थित स्वर्ण मंदिर के भी दर्शन कर सकें।
प्रोजेक्ट इंपलीमेंटेशन यूनिट, भिवानी के DGM KM Sharma का कहना है कि जम्मू के कटरा तक छह लेन एक्सप्रेस वे बनाने कीप्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह हरियाणा में झज्जर के गांव निलौठी की सीमा में KMP से शुरू होकर कटरा तक जाएगा। हरियाणा में इसएक्सप्रेस वे की लंबाई 135 किलोमीटर होगी। इसकी कुल लंबाई करीब 600 किलोमीटर होगी और इसके लिए हरियाणा में करीब1500 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।