New Delhi : देश में Corona Virus के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई के Wockhardt अस्पताल की 26 नर्स और तीन डॉक्टर को कोरोना से संक्रमित पाया गया है। इसके बाद पूरे अस्पताल को क्वारंटाइन जोन घोषित कर दिया गया है। देश में सोमवार को कोरोना वायरस के कुल संक्रमितों की संख्या 4,067 हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब भी 3,666 संक्रमित लोग हैं जबकि 291 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी और एक व्यक्ति यहां से चला गया। कुल मामलों में 65 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
इधर मध्य प्रदेश में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शिरकत के बाद लौटे जमातियों के संपर्क में आने वाले कई लोग संक्रमित हो चुके हैं। भोपाल में 20 जमाती पॉजिटिव पाये जा चुके हैं। यहां टोटल लॉकडाउन है। ग्वालियर में क्वारैंटाइन किये गये जमातियों द्वारा डॉक्टरों से बदसलूकी और उन पर थूकने की शिकायतें मिली हैं। भोपाल और इंदौर कलेक्टर ने नियमों का उल्लंघन करने वालों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं।
भोपाल में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ गया है। कलेक्टर तरुण पिथोड़े के निर्देश पर एडीएम सतीश कुमार ने धारा 144 के पहले से लागू आदेश में संशोधन कर दिया। सोमवार से सिर्फ मेडिकल स्टोर, दूध पार्लर और होम डिलीवरी की सुविधा रहेगी। पेट्रोल पंप, किराना और अन्य दुकानों की छूट खत्म कर दी गई है। सड़क पर घूमते पाये जाने पर गिरफ्तार किया जायेगा। आपातकालीन सेवाओं के अतिरिक्त अन्य सभी कारणों के लिए दिए गए पास भी सस्पेंड कर दिए गए हैं। पुराने भोपाल में पुलिस को नियमों का पालन कराने में मशक्कत करनी पड़ रही है।
इधर भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर आज पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपील की – घर पर श्याम प्रसाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण करें। सभी कार्यकर्ता एक समय के भोजन का त्याग कर कोरोना वायरस के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करें, जरूरतमंदों तक भोजन का पैकेट पहुंचायें। ऐसी व्यवस्था बनायें कि बूथ के हर व्यक्ति के घर पर हाथ से बने दो मास्क जरूर पहुंच जायें।
इधर PM Narendra Modi ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कल रात 9 बजे हमने 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक शक्ति का अनुभव हुआ है। हर कोई इसमें साथ था। गांव देहात से लेकर बड़े शहरों तक असंख्य दीयों ने कोरोना संकट के उस अंधेरे को दूर करने की कोशिश की है और इस प्रयास ने देशवासियों को लंबी लड़ाई से जीतने का संबल दिया है। आज ही एक ही संकल्प है कोरोना के खिलाफ लड़ाई में विजय।