New Delhi : कोरोना आपदा के बीच किराना का सामान मुस्लिम डिलिवरी ब्वॉय से लेने से इनकार करना मुम्बई के एक शख्स के लिये बहुत महंगा सौदा साबित हुआ। इस हैरान करनेवाले मामले में त्वरित कार्रवाई की गई। पुलिस ने उस शख्स को गिरफ्तार करके कोर्ट के सामने पेश किया। महाराष्ट्र में ठाणे जिले के कशीमिरा इलाके में सामान पहुंचाने गए मुस्लिम डिलिवरी ब्वॉय के हाथों से सामान नहीं लेने पर 51 साल के घनश्याम चतुर्वेदी नामक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। इस शख्स ने किराने का सामान ऑनलाइन ऑर्डर किया था। डिलिवरी ब्वॉय ने दस्ताने भी पहन रखे थे और मास्क भी लगा रखा था।
वरिष्ठ निरीक्षक संजय हजारे ने बताया कि मंगलवार को घनश्याम चतुर्वेदी (51) के खिलाफ IPC की धारा 295 ए (धार्मिक भावना को आहत करने के उद्देश्य से दुर्भावनापूर्ण हरकत करना) के तहत मामला दर्ज किया गया। सामान पहुंचाने वाले ने शिकायत दर्ज कराई कि मंगलवार सुबह को जब वह कुछ सामान पहुंचाने चतुर्वेदी के घर पहुंचा तब उन्होंने उससे नाम पूछा। जब उसने अपना नाम बताया तो चतुवेर्दी ने कहा कि वह मुसलमान के हाथों कोई सामान नहीं लेंगे। बुधवार को उन्हें घर से गिरफ्तार किया गया है और ठाणे के सेशन कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने पूरा मामला समझने के बाद 15 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।
32 साल के डिलीवरी बॉय उस्मान बरकत पटेल मंगलवार सुबह करीब 9.40 बजे मीरा रोड स्थित सृष्टि कॉप्लेक्स सामान की डिलिवरीकरने गए थे। इस दौरान उन्होंने मास्क और ग्लव्स भी पहन रखा था। चतुर्वेदी और उनकी पत्नी ने नाम जानने के बाद सामान लेने से इनकार कर दिया, उस्मान ने मोबाइल निकाला और घटना को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया।
चतुर्वेदी ने डिलीवरी बॉय उस्मान से कहा कि वह किसी भी मुस्लिम शख्स से ऑर्डर नहीं लेना चाहते। इसके बाद डिलिवरी ब्वॉय ने कहा कि मैंने आपके फ्लैट तक सामान पहुंचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाला और ऐसे संकट के वक्त में आपको लोगों के बारे में सोचना चाहिए तो आप धर्म के बारे में सोच रहे हैं? यह सच में हैरान और दुखी करने वाला है। बहरहाल उम्मीद की जानी चाहिये कि 15 हजार जमानत में गंवाने और गिरफ्तारी की जलालत झेलकर उसका दिमाग दुरुस्त हो गया हो।