New Delhi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे प्रदेशों से आने वाले लगभग 15 से 20 लाख श्रमिकों को यूपी में ही रोजगार देने की योजना पर शुरू करने का निर्देश दिया है। वापस आनेवाले मजदूरों को स्थानीय स्तर पर उनकी दक्षता के अनुरूप ही काम दिया जायेगा। इसके लिए आने वाले हर श्रमिक का मोबाइन नंबर और उसकी विशेषज्ञता का संग्रह किया जा रहा है। दूसरे प्रदेशों से वापस आने वाले श्रमिकों की संख्या 15 से 20 लाख तक होगी। सभी विभाग इसी अनुसार अपनी कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार सभी विभाग इसमें जुट गए हैँ। लॉकडाउन की शर्तों का अनुपालन करते हुए चीनी मिलों, ईंट भट्टों के साथ साथ अन्य औद्योगिक इकाईयां भी चालू कराई जाएंगी। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि 16 लाख सरकारी कर्मचारियों को वेतन और 12 लाख रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हमारा हर संभव प्रयास है कि कोरोना का संक्रमण चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ में न फैले। कोरोना का अस्पताल केवल कोविड अस्पतालों में ही होगा। बाकी रोगियों का अस्पताल नॉन कोविड अस्पतालों में होगा। कौन संक्रमित है और कौन नहीं। हर अस्पताल की इमरजेंसी में ही इसकी मुकम्मल व्यवस्था होगी।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कुल 127 नये मामले आये हैं। प्रदेश में कुल एक्टिव मामलों की संख्या इस समय 1756 है। अब तक ठीक होने के बाद 656 लोग डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। कुल मामलों की संख्या 2455। अब तक 64 जिलों में संक्रमण के मामले हैं। एल-1 से लेकर एल-3 तक के चिकित्सालयों की क्षमता लगातार बढ़ायी जा रही है। संक्रमण रोकने के लिए जो भी सुरक्षा उपकरण हैं वह जरूरत के अनुसार हर जगह उपलब्ध है।