New Delhi : लद्दाख में चीन के साथ विवाद के बीच देश का बड़ा बहुमत मानता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र सुरक्षित है। एजेंसी सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक 73 फीसदी से अधिक लोग इस मत के हैं। हालांकि साठ फीसदी लोगों का यह भी मानना है कि चीन को जितना सबक सिखाया जाना चाहिये था उतना नहीं सिखाया गया।
एलएसी पर विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच उच्च स्तर पर वार्ताओं का दौर जारी है। इधर कांग्रेस को छोड़ विपक्ष के बाकी सभी दल सरकार के साथ खड़े हैं। मंगलवार को आये सी वोटर के सर्वे में कुछ और बयां हो रहा है।
16.7% trust oppn & 14.4% trust RG Jr… who are they….!!!
73% trust PM Modi on National Security: CVoter Survey https://t.co/r3YWSpyVWq
— Dr. Suchitra Raghavachari (@DrSRaghavachari) June 23, 2020
एजेंसी ने 11 हजार से ज्यादा लोगों पर सर्वे किया। सर्वे में रोचक तथ्य आये हैं। 68 फीसदी लोग पाकिस्तान के मुकाबले चीन को ज्यादा बड़ी समस्या मानते हैं। लोगों से यह सवाल पूछा गया कि क्या चीन को भारत ने सटीक तरीके से जवाब दिया? जवाब में 39 फीसद लोगों ने माना कि केंद्र सरकार ने करारा जवाब दिया। लेकिन 60 फीसदी लोगों को अभी कुछ और कार्रवाई की चाहत है। नेतृत्व के चेहरे के मामले में वर्षो से मोदी अव्वल हैं और चीन विवाद के बावजूद उस पर आंच नहीं आई है।
लगभग 73 फीसद लोगों का मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा पीएम मोदी के हाथ में सुरक्षित है। इसके मुकाबले 14.4 फीसद लोगों ने राहुल गांधी मे भरोसा जताया। दल की बात हो तो पीएम मोदी और भाजपा में 73.6 फीसदी लोगों ने अपना मत दिया जबकि विपक्ष के लिए 16.7 फीसदी लोगों का मत था। लगभग नौ फीसद लोगों का मानना था कि वर्तमान चीन विवाद को कोई नहीं सुलझा सकता है।
In the backdrop of the #IndiaChina dispute in #Ladakh, 73.6 per cent people said that they trust the Indian government more than the Opposition parties on issues of national security, as per the latest IANS CVoter Snap Poll.#IndiaChinaFaceOff #IndiaChinaBorder pic.twitter.com/iitmbI0W4V
— IANS Tweets (@ians_india) June 23, 2020
चीन निर्मित सामान को लेकर भी देश के अंदर विरोध की भावना बलवती होने लगी है। सर्वे ने इसकी पुष्टि की। लगभग 68 फीसद लोगों का मानना था कि भारत मे चीनी सामानों का बहिष्कार किया जाएगा। जबकि 31 फीसद इस मत के हैं कि इसका प्रयोग जारी रहेगा।