New Delhi : Indigo के एक Special Flight के ज़रिये जेद्दा (Saudi Arabia) से 185 तीर्थयात्त्री आज मुम्बई पहुंच गये हैं। इस तरह3035 भारतीय तीर्थयात्रियों को निकालने का अंतिम चरण आज समाप्त हो गया।
इससे पहले रविवार इटली में फंसे 211 स्टूडेंट्स समेत कुल 219 और ईरान में फंसे 236 भारतीयों को रविवार को वापस भारत ले आयागया है। इन सभी लोगों को 14 दिनों के लिए अलग रखा जाएगा।
विदेश मंत्री के S Jaishankar ने ट्वीट करके कहा था – ईरान में फंसे 236 भारतीय भारत आ चुके हैं। इसमें 131 छात्र और 103 तीर्थयात्रीशामिल हैं। आपके प्रयासों के लिए इंडिया–इन–ईरान टीम को धन्यवाद।
With departure of 185 pilgrims from Jeddah to Mumbai through a special Indigo aircraft, the final phase of evacuation of 3035 Indian pilgrims culminated today: Indian Consulate General in Jeddah(Saudi Arabia) #coronavirus pic.twitter.com/uuiCebYNvY
— ANI (@ANI) March 18, 2020
उधर इटली के मिलान से भी रविवार ही 219 भारतीयों को वापस ले आया गया है। इटली चीन के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावितहै। एयर इंडिया का विशेष विमान इन 219 लोगों को लेकर दिल्ली पहुंच गया है।
बता दें कि ईरान से एयर इंडिया के दो विमान रविवार सुबह 236 भारतीय नागरिकों को लेकर जैसलमेर पहुंचे। जैसलमेर एयरपोर्ट परसभी की स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सभी को सैन्य क्षेत्र में बनाए क्वारैंटाइन सेंटर में भेज दिया गया। यहां इन्हें जांच के लिए 14 दिनतक रखा जाएगा। शनिवार को भारत सरकार ने कोरोनावायरस को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है। जैसलमेर में 1000 लोगों कीक्षमता वाला सेना का नया क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है। कोरोनावायरस संक्रमण फैलने के बाद ईरान से तीसरी बार भारतीयों कोनिकाला गया है।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने बताया– राष्ट्रीय आपदा के समय नागरिकों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए भारतीय सेना और एयरफोर्सप्रशासन के साथ सहयोग कर रही है। जैसलमेर समेत अन्य शहरों में क्वारैंटाइन सेंटर तैयार किये जा रहे हैं। भारत सरकार ने ईरान मेंफंसे 6 हजार नागरिकों को रेस्क्यू करने का अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत एयर इंडिया के दो विमान से सभी को सुबहजैसलमेर लाया गया। इसमें 100 पुरुष और 136 महिलाएं शामिल हैं। किसी भी नागरिक की रिपोर्ट में कोरोना वायरस की फिलहालपुष्टि नहीं हुई है। लेकिन एहतियात के तौर पर सभी को 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन सेंटर में रखा जायेगा। यहां बेहतर चिकित्सासुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इनके सामान की भी स्क्रीनिंग की गई।