New Delhi : देश में लॉकडाउन से एक तरफ जहां दिक्कत, परेशानियों की खबर सामने आ रही हैं, तो वहीं उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक परिवार ने अपने बच्चे का नाम लॉकडाउन रखा है। बच्चे के मां-बाप का कहना है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए देश में लॉकडाउन का फैसला लिया गया है, जो देश हित में है और बचाव का एक मात्र उपाय है। परिवार खुखुंदू कस्बा में रहता है। जहां नीरज देवी पत्नी पवन प्रसाद को रविवार शाम प्रसव पीड़ा के बाद पीएससी खुखुंदू में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने एक बेटे का जन्म दिया। पवन ने बताया कि बच्चे का जन्म ऐसे वक्त में हुआ जब पूरा देश कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है और देश में लॉकडाउन है। ऐसे में कोरोना से बचाव का संदेश देने के लिए बेटे का नाम लॉकडाउन रखा है।
देवरिया के खुखुंदू गांव निवासी पवन कुमार की पत्नी नीरजा गर्भवती थीं। 28 मार्च को गांव के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नीरजा ने बच्चे को जन्म दिया। कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन चल रहा है। लोग इस अभियान का पालन भी कर रहे हैं। ऐसे में इस दंपती ने अपने नवजात बेटे का नाम ही लॉकडाउन रख दिया।
नवजात लॉकडाउन की मां नीरजा ने बताया, ‘पहले तो लोगों ने हमारे इस फैसले का मजाक उड़ाया लेकिन बाद में लोगों ने वाहवाही शुरू कर दी।’ लॉकडाउन के पिता पवन कुमार ने कहा कि पीएम मोदी ने इस महामारी से जंग मैं अपने को पूरी तरह समर्पित कर दिया है। ऐसे में यह हमारा बच्चा मोदी अभियान की सफलता का प्रतीक है। उनके अभियान को सफल बनाना हम सबका भी मकसद होना चाहिए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब यूपी में कोरोना मरीजों की संख्या 103 हो गई है. यूपी स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस को लेकर जो आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक नोएडा में 39, मेरठ में 19, आगरा में 11, लखनऊ में 9, गाजियाबाद में 7, बरेली में 6, शामली मे 1, पीलीभीत में 2, वाराणसी में 2, लखीमपुर खीरी में 1, मुरादाबाद में 1, कानपुर में 1, जौनपुर में 1, शामली में 1, बागपत में 1, बुलन्दशहर में 1 कोरोना के पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं।