New Delhi : कहते हैं कि कण कण में भगवान बसे हैं। बस भक्त सच्चे मन से उन्हें पुकारे तो भगवान उसकी रक्षा स्वयं करते हैं। इसका जीता-जागता उदाहाण वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर डाला–बारी खनन क्षेत्र में स्थित मां वैष्णो देवी का मंदिर है। जो अपनी स्थापना के बाद से ही विशेष आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां रोजाना ही भक्तों की भीड़ लगी होती है और नवरात्रि के दौरान तो सब माता के दर्शन चाहता है। मां वैष्णो शक्तिपीठ धाम की स्थापना का इतिहास एक आश्चर्यजनक घटना पर आधारित है। सन 2001 की बात है, चोपन निवासी मदनलाल गर्ग अपने घर से कार लेकर कटरा वैष्णो देवी के लिए परिवार सहित निकले, रास्ते में अचानक उनकी कार एक ट्रक में जा घुसी और ट्रक का शिकार हो गई।
A 68 year old Marathi lady is going to Vaishnodevi on her own, alone, by geared cycle. 2200 km from Khamgaon. Mother's power 🙏💐😇 #MatruShakti pic.twitter.com/TcoOnda2Zg
— Ratan Sharda 🇮🇳 (@RatanSharda55) October 19, 2020
Special arrangements were made for the Navratri festival at Mata Vaishno Devi temple. Following Covid protocols, the Navratri festival at the temple will start on Saturday. As per the shrine board, the per-day pilgrims limit has been increased from 5000 to 7000. pic.twitter.com/x1BYJTIjey
— Eagle Eye (@SortedEagle) October 16, 2020
Jai Mata Di Night View of Maa Vaishnodevi ji Bhawan Track @manojsinha_ @ImRavinderRaina @neeraj_rajput pic.twitter.com/PFte5KajDz
— Sarjeevan Kumar (@iSarjeevanKumar) October 18, 2020
बहुत जबर्दस्त ढंग से कार ट्रक में घुसी थी, जिसे देखकर लोग सोच रहे थे कि कार में सवार कोई नहीं बचा होगा। घंटों प्रयास के बाद जब ट्रक के अन्दर से कार को निकाला गया तो कार में सवार लोग बिल्कुल सुरक्षित निकले। तब वहां मौजूद लोगों ने कहा कि ये सब माता वैष्णो देवी के चमत्कार से हुआ है और लोगों ने वहीं मां वैष्णो का मंदिर निर्माण कराये जाने की ठान ली।
यह क्षेत्र पहाड़ों से घिरा और सोन नदी के किनारे पर है , यहां पत्थर की खदाने और क्रशर प्लांट ही थे । लोगों ने इतने बड़े मंदिर निर्माण की कल्पना भी नहीं की थी, लेकिन जब मंदिर का निर्माण शुरू हुआ तो मां की असीम कृपा से पैसा आता गया और मंदिर निर्माण का कार्य बढ़ता गया। मंदिर निर्माण के लिए कभी पैसों की कमी नहीं हुई। जिस दिन जम्मू से अखंड ज्योति नवनिर्मित मंदिर में लाई गई तो अचानक मौसम बदल गया और एकाएक तेज हवा, बादलों की गरज के साथ घनघोर बारिश हुई, जिससे लोगों को एहसास हुआ कि वास्तव में कोई शक्ति का पदार्पण मंदिर में हुआ है।
मंदिर के अंदर प्रवेश करने के लिए पहले आपको गुफा से होकर गुजरना होगा जो अपने आप में बिलकुल प्राकृतिक लगता है। इस गुफा में जगह-जगह जंगल और जंगली जानवर हाथी, बाघ ,चीता, लंगूर, बंदर, भालू, सांप का प्रतिरूप निर्मित है जिसे एक बारगी देख श्रद्धालु डर जाते हैं वहीँ उनको देखकर भक्तों को अच्छा लगता है।
मन्दिर के प्रधान पुजारी पंडित श्रीकांत तिवारी ने बताया कि डाला-बारी में स्थित मां वैष्णो शक्तिपीठ धाम में तो हर रोज दूरदराज से भक्त दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। यहां पर माता आदिशक्ति के नव रूपो की विशेष पूजा की जाती है।
Bhawan of Shri Mata Vaishno Devi Ji and the area surrounding have been decorated with flowers during the Navratri. Yatris are coming in large numbers amid ongoing COVID-19 pandemic.@Rameshkumarias | @ShamsherSLive pic.twitter.com/hA484U4870
— Gursimran Singh (@gursymran) October 20, 2020
Kol Kandoli Temple is situated in Nagrota city in UT Jammu & Kashmir at a distance of 14 km from Jammu. The temple is dedicated to Mata Vaishno Devi. The Goddess is established in this temple in the form of a pindi. #Navratri #JaiMataDi pic.twitter.com/cFFHsWyNId
— Holidays Hunt 🇮🇳 (@HolidaysHunt) October 20, 2020
Jammu & Kashmir: Shri Mata Vaishno Devi Shrine decked up for Navaratri celebrations. pic.twitter.com/tg3St4AvMX
— ANI (@ANI) October 17, 2020
नवरात्रि समेत अन्य अवसरों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते जाते हैं और मन चाहीं मुराद मां उन सबकी पूरा करती है। दिनोंदिन भक्तों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। मनोकामना पूरा होने के लिए मंदिर के प्रागंण में नारियल बांधते हैं।